गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस हादसाः मस्जिद के लाउडस्पीकर ने रिश्तेदारों को पहुंचाई राहत

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 14-01-2022
गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस हादसाः मस्जिद के लाउडस्पीकर ने रिश्तेदारों को पहुंचाई राहत
गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस हादसाः मस्जिद के लाउडस्पीकर ने रिश्तेदारों को पहुंचाई राहत

 

नई दिल्ली. गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस में हुए हादसे में घायल हुए यात्री के परिजनों को खोजने के लिए रेल मंत्री ने असम के एक गांव की एक मस्जिद से ऐलान किया. दरअसल शुक्रवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घायलों से मिलने पहुंचेंगे. इस दौरान एक घायल का फोन नहीं होने के कारण अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो सका. असम के धुले में रहने वाला यह यात्री अपने परिवार से बात करने की कोशिश कर रहा था. रेल मंत्री के निर्देश पर एक स्थानीय डाकिया ने गांव में उसका घर तलाशने की कोशिश की लेकिन नहीं मिला. शुक्रवार को धुले गांव में जुमे की नमाज के बाद ऐलान किया गया और उसके बाद उसका घर मिल गया. इसके बाद डाकिया ने अपने मोबाइल से घायल यात्री से उसके परिजनों से बात की.


बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की 12 बोगियां गुरुवार को डोमोहानी के पास पटरी से उतर गईं. हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 45 लोग घायल हो गए. इस हादसे के बाद गुरुवार को रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था.

 

शुक्रवार को रेलवे की ओर से विस्तृत जानकारी दी गई, जिसके अनुसार गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और कम घायल यात्रियों को 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई है. वहीं 26 कम घायलों को कम समय में 25 हजार-25 हजार रुपये दिए गए. वहीं, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 10 लोगों को 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है.

 

इस हादसे से जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है कि यह हादसा ट्रेन के इंजन में खराबी की वजह से हुआ है. उधर, हादसे के बाद जब एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची तो गुरुवार को पद्मश्री करीम उल हक ने ट्रेन हादसे में घायलों को ग्रामीणों के सहयोग से अपनी बाइक से अस्पताल पहुंचाया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी शुक्रवार को पद्मश्री करीमुल हक से मुलाकात की.