गोरखनाथ मंदिर हमलाः यूएपीए आरोपी मुर्तजा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 16-04-2022
अहमद मुर्तजा अब्बासी
अहमद मुर्तजा अब्बासी

 

गोरखपुर. गोरखनाथ मंदिर हमला मामले में एक अहम घटनाक्रम में गिरफ्तार मुख्य आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को आगे की पूछताछ के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं को आरोपी के खिलाफ लगाया गया है. आरोपी एक आईआईटी स्नातक है.

आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मुर्तजा एक आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) का सदस्य था, जिसने हनी-ट्रैप होने के बाद पूरे भारत में अपना ऑपरेशन शुरू करने की बात कबूल की थी.

सूत्र ने आगे बताया कि मुर्तजा को अदालत में पेश किया गया और भविष्य में उसे विशेष अदालत में पेश किया जा सकता है.

3 अप्रैल को अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. यह घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंदिर के निर्धारित दौरे से पहले की है, जहां वह मुख्य पुजारी हैं.

वीडियो में, 29 वर्षीय आरोपी को गोरखनाथ मंदिर परिसर के बाहर लहराते हुए देखा जा सकता है, जो उसे पकड़ने का प्रयास करने वाले पुलिसकर्मियों और इलाकों पर लगातार हमला करता है.

इसके बाद, यूपी पुलिस ने माना कि यह कृत्य आतंकवाद के समान होगा और कानूनी परीक्षण उसी के अनुसार आगे बढ़ेगा.

यह ध्यान दिया जा सकता है कि अधिकारियों ने खुलासा किया कि मुर्तजा की अल्मा मेटर प्रतिष्ठित आईआईआईटी, बॉम्बे है और उन्होंने 2015 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.

अब्बासी ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दो पुलिस कर्मियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया.

रिपोर्टों के अनुसार अब्बासी के साथ एक और व्यक्ति था, जो पुलिस कर्मियों द्वारा आरोपी को दबोचने पर भाग गया.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, वह प्रतिबंधित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से प्रभावित था और उसके आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं.

6 अप्रैल को मुर्तजा के साथ उत्तर प्रदेश एटीएस आगे की पूछताछ के लिए अपने मुख्यालय पहुंची. मुर्तजा को लखनऊ ले जाने से पहले उनका मेडिकल टेस्ट कराया गया था. आगे की जांच के लिए उसके लैपटॉप और मोबाइल को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेज दिया गया है.

जांच के दौरान उसने कहा कि वह हनी ट्रैप में फंसकर आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए तैयार था. आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने लड़की के खाते में 40,000 रुपये की राशि भेजी थी, जो उसे आईएसआईएस का लालच दे रही थी.

अब्बासी ने जांचकर्ताओं को यह भी बताया कि लड़की ने उससे भारत में मिलने का वादा किया था. उसने कहा कि बातचीत ईमेल पर शुरू हुई और वह आईएसआईएस में शामिल होने की तैयारी कर रहा था.