आवाज द वॉयस /भुवनेश्वर
भुवनेश्वर के लघु कलाकार ने गणेश चतुर्थी के लिए एक बोतल के अंदर भगवान गणेश की पर्यावरण के अनुकूल मूर्ति तैयार की है.एल ईश्वर राव खुर्दा जिले के जाटनी गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी रचनात्मकता से लोगों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देने का एक अनूठा तरीका चुना है.
उन्हांेने बताया, इस बार, मैंने 350 मिलीलीटर की बोतल का उपयोग करके एक पर्यावरण के अनुकूल गणेश की मूर्ति बनाई. इसे बनाने में मुझे सात दिन लगे. एक बोतल में रचना तैयार करना चुनौतीपूर्ण है.गणेश चतुर्थी, जो इस साल 31 अगस्त से शुरू होगी,
देश भर के कई राज्यों में बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई जाती है. 2022 में 2 साल के कोविड प्रतिबंधों के बाद इसके उत्सव की वापसी का प्रतीक है.इसे गणेशोत्सव के रूप में भी जाना जाता है. यह शुभ दस दिवसीय चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होता है. ज्ञान और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश के भक्त भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान उनका जन्म मनाते हैं.
लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्तियों को लाते हैं. उपवास करते हैं. स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं. भगवान से प्रार्थना करते हैं और इस त्योहार के दौरान अनुष्ठान करते हैं. 2022 के गणेश चतुर्थी उत्सव को वापस लाने और इस अवसर के लिए केवल 2 दिन शेष होने के साथ, पूरे देश में तैयारी जोरों पर है.