आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में अभिनय और वृत्तचित्र सिनेमा के विद्यार्थियों ने दूसरे सेमेस्टर का बहिष्कार कर दिया है।
विद्यार्थियों का आरोप है कि संस्थान आवश्यक शैक्षणिक बुनियादी ढांचे के बिना एक ‘‘अधूरे, गैर-क्रियाशील परिसर’’ से काम करना जारी रखे हुए है।
विद्यार्थियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वे पहले ही एक पूरा सेमेस्टर खो चुके हैं, क्योंकि उनके अनुसार ‘‘शैक्षणिक वातावरण ध्वस्त हो चुका है’’ और स्टूडियो का संचालन बंद है, कैमरा उपकरण सीमित हैं, साउंड स्टूडियो नहीं है, चिकित्सा सहायता कमजोर है और बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच का अभाव है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जिस संस्थान को अत्याधुनिक राष्ट्रीय परिसर बनाने का वादा किया गया था, वह अब भी निर्माणाधीन है।’’
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पिछले साल दिसंबर से कई पत्रों के माध्यम से सत्यजीत राय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई) कोलकाता और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बार-बार सचेत किया है, लेकिन कोई सुधारात्मक उपाय नहीं किया गया है।