संसद से पंचायत तक, हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल किए महिलाओं ने: मोदी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-02-2022
संसद से पंचायत तक, हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल किए महिलाओं ने: मोदी
संसद से पंचायत तक, हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल किए महिलाओं ने: मोदी

 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां हासिल कर पुराने मिथकों को तोड़ रही हैं.


उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम "मन की बात"में 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि देश में महिलाओं ने हर जगह अग्रणी भूमिका निभाई है चाहे वह स्किल इंडिया हो, स्वयं सहायता समूह हो, छोटा हो या बड़ा उद्योग हो, सभी में उन्होंने अपने को साबित किया है.

 

उन्होंने कहा "संसद से पंचायत तक महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छू रही हैं. सेना में भी बेटियां अब नई और बड़ी भूमिकाएं निभा रही हैं और देश की रक्षा कर रही हैं."

 

उन्होंने यह भी कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस पर बेटियां आधुनिक लड़ाकू विमान उड़ा रही थीं. उन्होंने कहा कि देश ने सैनिक स्कूलों में बेटियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को भी हटा लिया है और देश भर के उन स्कूलों में बेटियां प्रवेश ले रही हैं.

 

हाल के वर्षों में, देश में हजारों नए स्टार्टअप शुरू हुए और इनमें से लगभग आधे स्टार्टअप में महिलाएं निदेशक की भूमिका में हैं. मोदी ने आगे कहा "हाल के दिनों में महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश बढ़ाने जैसे फैसले लिए गए हैं. देश विवाह के लिए एक समान उम्र तय कर बेटे-बेटियों को समान अधिकार देने की कोशिश कर रहा है."

 

प्रधानमंत्री ने कहा"ये सभी बड़े बदलाव 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की सफलता जैसे हमारे सामाजिक अभियानों के कारण हुए. आज देश में लिंगानुपात, स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या में भी सुधार हुआ है और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हमारी बेटियां स्कूल न छोड़ें. "

 

उन्होंने कहा कि इसी तरह स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश में महिलाओं को खुले में शौच से मुक्ति मिली है और नए कानून से तीन तलाक जैसी सामाजिक बुराई का भी अंत हो रहा है.

 

मोदी ने कहा "जब से तीन तलाक के खिलाफ कानून अस्तित्व में आया है, देश में तीन तलाक के मामलों में 80 प्रतिशत की कमी आई है. यह बदलाव इसलिए आ रहा है क्योंकि महिलाएं अब हमारे देश में परिवर्तन और प्रगतिशील प्रयासों का नेतृत्व कर रही हैं."