लखनऊ. अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की एक संस्था भी मुस्लिमों को सोफिया की दरगाह पर मुफ्त दर्शन करवाएगी. इसी तरह सिखों को भी उनके धार्मिक स्थलों खासकर गुरुद्वारों का भ्रमण कराया जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार की श्रम कल्याण परिषद ने घोषणा की है कि सिखों और मुसलमानों के लिए धार्मिक तीर्थ यात्रा की व्यवस्था की जाएगी. परिषद की 82वीं बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया.
साथ ही कामकाजी परिवारों की महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करने के लिए सुषमा स्वराज शर्मा कल्याण योजना को लागू करने की भी स्वीकृति दी गई. विधान भवन में आयोजित एक बैठक में परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों को बढ़ावा दे रही हैं.
उन्होंने श्रमिकों की बेहतरी के लिए तेजी से काम करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज शर्मा कल्याण योजना के तहत कामकाजी परिवारों की महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सिलाई मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. सभी ने प्रस्ताव को मंजूरी दी.
इसलिए, परिषद ने योजनाओं के लिए आवेदन करने की समय सीमा 31दिसंबर तक बढ़ाने का फैसला किया. अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में राज्य में केवल 20,500कारखाने और 6.5लाख वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और दुकानें ही पंजीकृत हैं.
उचित पंजीकरण से फैक्ट्रियों की संख्या 50,000और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों की संख्या 5मिलियन हो जाएगी. बैठक में शेरोन कुमार शर्मा परिवार धार्मिक पर्यटन योजना का नाम बदलकर शेरोन कुमार तीर्थ यात्रा करने का निर्णय लिया गया.
वाराणसी से काशी-मां विंध्य वासिनी-प्रयाग राज, गोरखपुर से अयोध्या और मेरठ से शाकंभरी देवी के दर्शन की यात्रा शुरू की जाएगी. वहीं, राज्य के सिख और मुस्लिम कामकाजी परिवारों को उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यात्रा करने दी जाएगी.
बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना का लक्ष्य 25,000 लोगों को लाभ पहुंचाना है. जिन जिलों में विकास दर 5 प्रतिशत से कम है, वहां विभागीय अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.