शेख मुहम्मद यूनिस / हैदराबाद
कोरोना का असर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. हर स्तर पर गतिविधियां तेज हो रही हैं, जिसमें शिक्षा का क्षेत्र भी शामिल है. अब हैदराबाद से एक पॉजिटिव खबर आई है. यहां मुस्लिम छात्रों की एक बड़ी उपलब्धि आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. दरअसल, यूनेस्को वर्ल्ड टेन पार्लियामेंट में ये छात्राएं अब वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए नीतियां बनाएंगी. वैश्विक स्तर पर मनुष्य के सामने आने वाली समस्याओं को उनके सुझावों को व्यवहार में लाकर हल किया जाएगा.
एमएस शिक्षा अकादमी के वरिष्ठ निदेशक डॉ. मुहम्मद मोअज्जम हुसैन ने आज इस बात की जानकारी दी.
उनका कहना है कि ये लड़कियां दुनिया में देश का भाग्य रोशन करेंगी. यह हमारी सोच और विचारधारा की सफलता है कि हम व्यक्तिगत रूप से दुनिया को बदलना सिखाते हैं.
एमएस छात्रों की उल्लेखनीय उपलब्धि की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यूनेस्को वर्ल्ड टेन पार्लियामेंट के लिए चुने गए 100 सदस्यों (सांसदों) में से 4 एमपीएम क्रिएटिव स्कूल की छात्राएं हैं.
अमीना अजीज बिन्त मुहम्मद अजीज अली
अतीका अमुदी बिन्त शेख अब्दुल रहीम
मारिया खालिद साचे बिन्त खालिद सचे
समीरा उम्म कुलसुम बिन्त मुहम्मद रफीकी
छात्राओं का स्वागत किया
चारों दसवीं के छात्राएं हैं. इस विश्व संसद के एमपीए के रूप में चुने जाने के बाद, अब छात्राएं विश्व स्तर पर मानव की समस्याओं को हल करने के लिए सुझाव और सिफारिशें पेश करेंगी. इस संसद के सदस्यों के सुझावों को पूरी दुनिया में मानव कल्याण के लिए लागू किया जाएगा.
इन छात्राओं और उनके अभिभावकों को आज एमएस एजुकेशन एकेडमी द्वारा सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर वरिष्ठ निदेशक डॉ. मुहम्मद मोअज्जम हुसैन ने कहा कि एमएस शिक्षा अकादमी का शुरू से ही सपना था कि इसके छात्र विश्व स्तर के नागरिक बनें और इसीलिए एमएस शिक्षा अकादमी की अपनी टैगलाइन है ‘विश्व योग्य व्यक्ति की तैयारी’ रखा है और यह उसी विजन का नतीजा है कि आज चार एमएस छात्राएं अंतरराष्ट्रीय संगठन की सदस्यता हासिल करने में सफल हुईं हैं. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इन छात्राओं ने देश का नाम रोशन किया है.
एक चुनी हुई छात्रा समीरा उम्म कुलथम ने कहा, ‘दुनिया को बदलने के लिए, हमें पहले खुद को भीतर से बदलना होगा. तभी हम दुनिया को बदल सकते हैं.’ उन्होंने अपने आपको को ढालने की सलाह दी, ताकि बाहरी दुनिया आपको प्रभावित न करे. आपका व्यक्तिगत विकास उस वृद्धि को लाने के लिए पर्याप्त हो सकता है.
चूंकि विश्व संसद संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के तत्वावधान में अस्तित्व में आई थी. इसलिए, इसके प्रस्ताव और कानून दुनिया भर के देशों में लागू होंगे. इस विश्व संसद के सभी नवनिर्वाचित सांसद अपने कक्षों में दुनिया भर के मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उनकी समस्याओं के समाधान के प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे. ये सभी सांसद अपने सुझावों से पूरी दुनिया में मानव जीवन को आसान और खुशहाल बनाएंगे.
एमएस शिक्षा अकादमी के वरिष्ठ निदेशक डॉ मुहम्मद मोअज्जम हुसैन के साथ सभी चार छात्राएं
गौरतलब है कि विश्व संसद के सदस्यों के चुनाव के लिए आवेदन करने के लिए दुनिया भर से स्कूली छात्रों को आमंत्रित किया गया था, जो संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के तत्वावधान में चलाया जाता है. यूनेस्को को दुनिया भर में 72,000 आवेदन प्राप्त हुए. प्राप्त आवेदनों में से 300 विद्यार्थियों का चयन सर्वोत्तम सुझावों के आधार पर प्रथम चरण के लिए किया गया. फिर दूसरे दौर में, ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से, इनमें से 100 छात्रों को इस विश्व कप संसद के लिए चुना गया था. रिजल्ट इसी हफ्ते जारी किया गया था.