महंत नरेंद्र गिरि संदिग्ध मौत मामले में देर रात एफआईआर दर्ज, आनंद गिरि गिरफ्तार

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 21-09-2021
आनंद गिरि गिरफ्तार
आनंद गिरि गिरफ्तार

 

सुबह 7 : 30 बजे
 
अपडेट
 
आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / प्रयागराज

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामले में देर रात प्रयागराज के जाॅर्ज टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. इसके बाद उनके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया गया.इससे पहले उनकी संदिग्ध मौत के मामले में आनंद गिरि और उनके दो और अन्य शिष्य आद्या तिवारी और उनके पुत्र संदीप तिवार का सुसाइड नोट में नाम आने के कारण तीनों उन्हें हिरासत में ले लिया गया था.
 
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि चूंकि आनंद गिरि पर महंत ने गंभीर आरोप लगाए हैं, इसलिए उन्हें देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. मुकादमा धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि जांच में जैसे-जैसे चीजें स्पष्ट होंगी, एफआईआर में नाम बढ़ाए जा सकते हैं. खबर लिखने तक महंत नरेंद्र गिरि के समाधि को लेकर चीजें स्पष्ट नहीं हुई थीं.
 
हिरासत में लिए जाने के पहले आनंद गिरि मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि इस बात में उन्हें कोई शक नहीं कि उनके गुरु महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है. इसमें कौन लोग शामिल है, इस बात का खुलासा होना चाहिए. कई लोग ऐसे हैं, जिन पर उन्हें शक है. सच्चाई सामने आनी चाहिए. मैं अगर दोषी पाया जाता हूं तो फिर मुझे भी सजा मिलनी चाहिए.
 
मौके पर फोरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट भी जांच कर रही थी। डीएम ने लखनऊ में उच्चाधिकारियों को प्रारंभिक सूचना से अवगत कराया. महंत नरेंद्र गिरि हाल में ही अपने शिष्य आनंद गिरि से विवाद में चर्चा में आए थे. हालांकि वह विवाद आनंद गिरि के माफी मांगने के बाद खत्म हो गया था, लेकिन मठ और मंदिर में आनंद का प्रवेश नहीं हो पाया था.
 
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि मठ और आश्रम को लेकर आगे क्या करना है. किस तरह से व्यवस्था होगी. क्या करना है। एक तरह से सुसाइड नोट में उनका वसीयतनामा है. इसमें विस्तार से लिखा है कि किसे क्या देना है और किसके साथ क्या करना है.
 
पुलिस के अनुसार, सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि वह अपने एक शिष्य से दुखी थे. पुलिस ने शिष्य का नाम तो नहीं बताया, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आनंद गिरि का नाम लिखा है.जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. उनका शव फांसी पर लटका मिला था. पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट होगा कि उनकी मौत कैसे हुई.
 
आईजी के.पी. सिंह का कहना है कि नरेंद्र गिरि का शव फांसी पर लटका मिला. प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही अंतिम रूप से कुछ कहा जा सकता है.पुलिस अधिकारियों ने मठ के सेवादारों से पूछताछ की है. सोमवार को सुबह से ही मठ आने और जाने वालों की सूची भी मांगी गई है. महंत नरेंद्र गिरि के मोबाइल नंबर की भी जांच की जा रही है.