राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
केरल के फिल्म निर्माता अली अकबर और उनकी पत्नी ने विधि-विधान से हिंदू धर्म अपना लिया है. कुछ दिनों पहले अली अकबर ने कहा था कि उनका धर्म से विश्वास उठ गया है और वह अपनी पत्नी के साथ हिंदू धर्म अपनाएंगे.
एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत की खबर पर कुछ लोगों द्वारा अपमानजनक प्रतिक्रियाओं की निंदा करते हुए, फिल्म निर्माता अकबर ने कहा था कि उन्होंने इस्लाम में विश्वास खो दिया है और अपनी पत्नी के साथ हिंदू धर्म में परिवर्तित हो जाएंगे.
सूत्रों के अनुसार अली अकबर ने अपने आवास पर एक संक्षिप्त अनुष्ठान आयोजित किया, जिसमें योग्य आचार्यों को बुलाया गया.
इस दंपति ने यज्ञ वेदी में अग्नि देवता को घृत आहुतियां प्रदान करते हुए त्रैलोक्यनाथ का स्मरण किया और समस्त देवी-देवताओं का आह्वान करते हुए सतातन वैदिक हिंदू धर्म में प्रविष्ट हुए.
पूजा के समय अली अबर ने पारंपरिक श्वेत अंगवस्त्रम धारण किया हुआ था. उनकी पत्नी लुसिम्मा भी उनके वामांग विराजित थीं.
सोशल मीडिया पर अनुष्ठान करते हुए उनके चित्र वायरल हो रहे हैं.
Malayalam film director Ali Akbar along with his wife converted to Hinduism.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) January 13, 2022
He changed his name to Ramasimha.
He said that it's a protest against those from his community who were celebrating the death of CDS General Bipin Rawat on social media. pic.twitter.com/pQYHzmL1BS
इंडिया टुडे के अनुसार, एक वीडियो में, अली अकबर ने जनरल बिपिन रावत की मौत के बारे में पोस्ट पर मुस्कुराते हुए इमोटिकॉन्स के साथ प्रतिक्रिया देने वालों के लिए अपना असंतोष व्यक्त किया था.
बुधवार को, उन्होंने घोषणा की कि उनका धर्म से विश्वास उठ गया है. अब, वह और उनकी पत्नी लुसिम्मा हिंदू बनने के लिए तैयार हैं.
अली अकबर
अली अकबर अब रामासिम्हन बन गए हैं. इस नाम को उन्होंने स्वयं अपने लिए चुना है. उन्होंने कहा कि रामासिम्हन एक ऐसे व्यक्ति थे, जो अपनी संस्कृति के करीब खड़े होने पर मारे गए थे और इसलिए यह नाम उनके लिए उपयुक्त है.
जनरल रावत की मौत की खबर पर शर्मनाक प्रतिक्रिया के बाद अली अकबर ने अपना फेसबुक अकाउंट निष्क्रिय कर दिया था. वह इस तथ्य से भी प्रभावित हुए कि किसी भी धार्मिक नेता ने ऐसी प्रतिक्रियाओं की निंदा नहीं की.
अली अकबर पहले भाजपा की राज्य समिति के सदस्य थे और पार्टी नेतृत्व से असहमति के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया था.