कश्मीरी सूफी परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए महोत्सव शुरू

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 23-10-2021
कश्मीरी सूफी महोत्सव शुरू
कश्मीरी सूफी महोत्सव शुरू

 

आवाज द वाॅयस /श्रीनगर

यहां आज से सूफी महोत्सव शुरू हुआ. पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य कश्मीर की सूफी परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाना और दुनिया को भाईचारे और शांति का सूफी संदेश देना है.

कार्यक्रम में सूफी आंदोलन से जुड़े कई लोग शामिल हुए. कार्यक्रम का निर्देशन प्रमुख प्रसारक एवं कवि सतीश अमल ने किया. उन्होंने कश्मीर में सदियों पुराने सूफी आंदोलन को सभी धर्मों का संगम और मस्तिष्क बताया. उन्होंने महान सूफी शेख नूरुद्दीन नूरानी और लल्लेश्वरी के संदेश का जिक्र किया. उन्होंने इस उत्सव के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की.

कहा कि कश्मीर के सूफियों के संदेश को विश्व स्तर पर फैलाने की जरूरत है, ताकि शांति और भाईचारे का संदेश पूरी दुनिया में फैले.कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली घराने के वासित इकबाल ने कलाम अमीर खुसरो प्रस्तुत किया.

पर्यटन विभाग के सचिव सरमद हफीज ने कहा कि सूफियों के संदेश को फैलाने के लिए ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि कश्मीर की इस महान सभ्यता को पूरी दुनिया में फैलाया जा सके. वासित इकबाल ने कश्मीर के सूफी आंदोलन को वर्तमान युग की सभी समस्याओं का समाधान बताया.

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प्रो. अफाक अजीज ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने लल्लेश्वरी के शब्दों और दर्शन और शेख नूरुद्दीन नूरानी के प्रति उनकी भक्ति पर प्रकाश डाला. कहा कि कश्मीर के मुसलमानों और कश्मीरी पंडितों और सिखों में इन सभी सूफियों के प्रति समान प्रेम और भक्ति है.

श्रीनगर के मेयर जुनैद आजम मट्टू ने अपने भाषण में उग्रवाद और उथल-पुथल के वर्तमान युग में सूफियों के संदेश को फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया. जुनैद आजम ने कहा कि सूफीवाद हमारी सभ्यता और हमारी नई पीढ़ी के लिए एक अभिन्न अंग है. उनके वचन और संदेश को व्यक्त करें.