मंजूर जहूर / नई दिल्ली
दरगाह महबूब इलाही हजरत ख्वाजा मुहम्मद निजामुद्दीन औलिया बुखारी चिश्ती देहलवी के बुजुर्ग खादिम व गद्दीनशीं पीर सूफी सैयद अफजल निजामी और सैयदा रशीदा निजामी, जो बुजुर्ग खादिम पीर सैयद अहमद निजामी की पत्नी और सैयद फरीद निजामी की वालिदा थीं, की इज्तमाई फातिहा ख्वानी के सिलसिले में आज सुबह बाद फज्र की नमाज दरगाह की खिलजी मस्जिद में कुरानख्वानी और दुरूद मजलिस आयोजित हुई.
इसमें पीर सूफी अफजल निजामी के बेटे असगर सैयद अरशद निजामी एडवोकेट मौजूद रहे. बाद में दोपहर की नमाज के बाद निजामुद्दीन बस्ती में शोक सभा आयोजित की गई. दरगाह महबूब इलाही से जुड़े खुदैम और सज्जादानशीं के अलावा, शिष्यों और भक्तों ने भाग लिया.
कश्मीर का प्रतिनिधित्व पीर मंजूर जहूर शाह चिश्ती कश्मीरी ने किया था. इस बीच, कई संघों और हस्तियों ने दोनों परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मृतक के स्वर्गीय निवास के लिए प्रार्थना की है.
इनमें अंजुमन खुदम दरगाह ख्वाजा साहिब अजमेर, अंजुमन शेख जदगन दरगाह ख्वाजा साहिब अजमेर, हक्कानी मेमोरियल ट्रस्ट कश्मीर, महफिल बिहार अदब शाहुरा कश्मीर, सैयद वाहिद चिश्ती अजमेर, डॉ होरोफिसर सैयद लियाकत चिश्ती अजमेर, सैयद अंबर चिश्ती अजमेर, पीर लियाकत अली, शाह किश्तवाड़ जम्मू, पीर मौलाना अखदर हुसैन कश्मीरी, पीर शाह फैसल चिश्ती कश्मीरी, सैयद वकील अहमद फाखरी देहलवी, सैयद जावेद अली नक्शबंदी देहलवी, जफरुद्दीन बरकती किंज-उल-इमान, पीर सैयद अब्दुल हमीद हक्कानी कश्मीरी और पीर हसनैन चिश्ती लाहौर पाकिस्तान शामिल हैं.