फारूक अब्दुल्ला ने की अमरनाथ हादसे की जांच की मांग, टेंट और लंगर लगाने पर उठाए सवाल, मृतकों की संख्या 16 हुई
आवाज द वॉयस /श्रीनगर
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा मंदिर के पास एक अति संवेदनशील इलाके में सामुदायिक रसोई और टेंट कैसे लगाए गए, इसका पता लगाने के लिए सरकार को जांच का आदेश देना चाहिए.
शुक्रवार को बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ से टेंट और सामुदायिक रसोई प्रभावित हुए थे.अब्दुल्ला ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, हमें उम्मीद है कि सरकार यह पता लगाने के लिए जांच आयोग का गठन करेगी कि यह कैसे और क्यों हुआ.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने इतने संवेदनशील इलाके में टेंट और एंकर (सामुदायिक रसोई) लगाने के फैसले पर सवाल उठाया. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, तम्बुओं और लंगर की लोकेशन ऐसी है कि मुझे नहीं लगता कि ये चीजें वहां पहले होती थीं. पंज तरनी उनके लिए इतना अच्छा क्षेत्र है. इसकी जांच होनी चाहिए. यह मानवीय भूल हो सकती है.
उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हों. अमरनाथ गुफा मंदिर के पास भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 16 हो गई.