आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
लंबे इंतजार के बाद आज शाम छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है. उनके मंत्रिमंडल में पहली बार जेडीयू के शामिल होने की उम्मीद है. नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर पिछले एक महीने से चल रही अटकलों पर विराम लगाने जा रहा है. अब पुष्टि हो चुकी है कि बुधवार शाम छह मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी है.
सूत्रों ने कहा कि नया मंत्रिमंडल युवा होगा और इसमें सभी समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व होगा, जबकि कुछ ऐसे मंत्रियों को हटाया जाएगा, जिन्होंने कोई खास काम नहीं किया है. प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से वर्तमान मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की है.
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि नया केंद्रीय मंत्रिमंडल औसत आयु के मामले में सबसे कम उम्र का होगा. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक के राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति का फैसला भी इसी दिशा में लिया गया हो सकता है.
पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सबसे युवा मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी नेतृत्व ने संकेत दिया है कि युवा नेताओं को अहम जिम्मेदारी देकर तैयार किया जाएगा.पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, सभी को कैबिनेट में उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा, जिससे यह संदेश जाएगा कि मोदी सरकार सभी की सरकार है. खासकर समाज के गरीब और वंचित तबके के लिए वह काम करती है.
सूत्रों ने बताया कि चुनाव वाले राज्यों और सामाजिक समीकरणों को देखते हुए करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जाएगा.राज्यों को उसके आकार के आधार पर प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. बड़े राज्यों के सभी क्षेत्रों को नई मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिलेगा. सभी चुनावी राज्यों के सामाजिक समीकरणों को भी फेरबदल में शामिल किया जाएगा.
पता चला है कि कैबिनेट फेरबदल में युवा और नए चेहरों को भी तवज्जो दी जाएगी.गठबंधन के सहयोगियों को भी फेरबदल में मंत्री पद दिया जाएगा, विशेष रूप से जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) और अपना दल, जिनका वर्तमान में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.
एक सूत्र ने कहा, जदयू) और अपना दल 2019 से केंद्र सरकार का हिस्सा नहीं थे. गठबंधन के दोनों सहयोगी केंद्र सरकार में होने वाले फेरबदल में शामिल होंगे. यह भी चर्चा है कि जेडीयू ने मंत्रिमंडल में अपने चार सदस्यों को जगह देने की बात रखी थी, जिसे नामंजूर कर दी गई.
मंगलवार शाम को फेरबदल से पहले भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और संगठन महासचिव बी. एल. संतोष ने मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की.कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना वाले नेताओं का राष्ट्रीय राजधानी में आगमन शुरू हो गया है. संतोष ने कैबिनेट में शामिल होने वाले सांसदों से जल्द से जल्द दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया है. कहते हैं कि शाम छह बजे का इसलिए समय रखा गया है ताकि संभावित सभी मंत्री शपथ ग्रहण समारोह में भाग ले सकें.