नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पता चला है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं की अबू धाबी में एक बार और रेस्तरां सहित कई विदेशी संपत्तियां हैं. ये नेता विदेशी फंडिग में भी लिप्त हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
ईडी ने आठ दिसंबर को केरल में पीएफआई के नेताओं / पदाधिकारियों से संबंधित चार परिसरों पर छापेमारी की थी. कन्नूर के पेरिंगाथुर में एक पीएफआई और एसडीपीआई सदस्य शफीक पायथ के आवासीय परिसरों, अब्दुल रजाक बीपी के आवासीय परिसर, मलप्पुरम में पेरुम्पडप्पू के पीएफआई मंडल अध्यक्ष अशरफ एम के उर्फ तामार अशरफ उर्फ अशरफ खादर के आवासीय परिसर, एर्नाकुलम में मुवत्तापुजा में एक पीएफआई नेता और मुन्नार में मनकुलम में मुन्नार विला विस्टा परियोजना के कार्यालय परिसर में तलाशी ली गई थी.
सूत्रों के अनुसार पीएफआई द्वारा तलाशी अभियान को बाधित करने के प्रयासों के बावजूद, ईडी अधिकारियों ने, सीआरपीएफ के एक बड़े दल की सहायता से, सफलतापूर्वक तलाशी अभियान चलाया और तलाशी अभियान के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों, डिजिटल उपकरणों और विदेशी धन और विदेशों में संपत्तियों के अधिग्रहण से संबंधित सबूत जब्त किए.
सूत्रों के अनुसार जब्त किए गए दस्तावेज केरल में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से पीएफआई की मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों के बारे में भी संकेत देते हैं, जिसमें मुन्नार विला विस्टा परियोजना भी शामिल है, जिसे पीएफआई नेताओं द्वारा भारत और विदेशों में उत्पन्न अपराध की आय को खपाने के लिए बनाया जा रहा है. पीएफआई नेताओं द्वारा अबू धाबी में एक बार और रेस्तरां सहित विदेशी संपत्तियों का अधिग्रहण भी निदेशालय के संज्ञान में आया है, जिसकी जांच की जा रही है.