जुलाई से ठीक होने लगेगी कोराना प्रभावित अर्थव्यवस्थाः सुब्रमण्यम

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 03-06-2021
केवी सुब्रमण्यम
केवी सुब्रमण्यम

 

नई दिल्ली. मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर ने आर्थिक सुधार की गति को प्रभावित किया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जुलाई से अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद है. कोरोना की दूसरी लहर ने आर्थिक सुधार की गति को प्रभावित किया है.

सुब्रमण्यन ने कहा, “हम जुलाई से अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद करते हैं. अब, कई राज्यों ने कई प्रतिबंधों को हटाना शुरू कर दिया है और यदि हम अपने देश में टीकाकरण अभियान को गति देते हैं, तो हमारी अर्थव्यवस्था ठीक होना शुरू करेगी.”

देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान के बारे में बात करते हुए मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा, “भारत दिसंबर तक सभी के लिए टीकाकरण प्राप्त करने में सक्षम होगा. यदि हम प्रत्येक दिन तीन पालियों में लोगों का टीकाकरण करते हैं, तो हम एक दिन में 1 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर सकते हैं. यह निश्चित रूप से महत्वाकांक्षी है, लेकिन असंभव नहीं है. मैंने टीके की दोनों खुराक ली हैं और सभी से जल्द से जल्द खुद को टीका लगवाने की अपील की है.”

कोविड-19 की अनुमानित तीसरी लहर पर एक सवाल के जवाब में मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि टीकाकरण अभियान महामारी के प्रभाव को काफी कम कर सकता है. इस प्रकार, जितने अधिक लोगों को टीका लगाया जाएगा, उतना ही यह तीसरी लहर के प्रभाव को कम करेगा और अपेक्षा के अनुरूप हानिकारक नहीं होगा.

सुब्रमण्यम ने कहा कि कोविड-19 हमारे राजकोषीय घाटे के लक्ष्य और विनिवेश लक्ष्य को प्रभावित नहीं करने वाला है.

इस साल के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-2022 के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को 6.8 प्रतिशत करने की घोषणा की है. सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष में 2 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बैंकों और एक बीमा कंपनी सहित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश का लक्ष्य रखा है.

इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या सरकार पिछले साल की तरह किसी नए प्रोत्साहन पैकेज के बारे में सोच रही है, उन्होंने कहा, “पिछले साल के केंद्रीय बजट में महामारी का कोई प्रावधान नहीं था, क्योंकि हमने पिछले साल के केंद्रीय बजट के बाद महामारी देखी है. इस वर्ष बजट में महामारी के लिए प्रावधान है. बजट में बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्र में व्यय का प्रावधान है.”

उन्होंने कहा, “इस महामारी के बीच भारत ने बुनियादी ढांचे और निर्माण पर ज्यादा खर्च नहीं किया है. जैसे ही स्थिति में सुधार होगा, सरकार बजट के प्रावधान के अनुसार खर्च करना शुरू कर देगी. सरकार भी स्थिति का आंकलन कर रही है. यदि आवश्यक होगा, तो केंद्र इसके लिए तैयार है.”

देश में शेयर बाजार की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर है, क्योंकि निवेशकों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन करेगी.

सीईए ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में विकसित देशों द्वारा अच्छी आर्थिक वृद्धि और निवेश की भविष्यवाणी ने बाजार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है.