नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पूर्व रेलवे ने 30 ट्रेनों को किया रद्द

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पूर्व रेलवे ने 30 ट्रेनों को किया रद्द
नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पूर्व रेलवे ने 30 ट्रेनों को किया रद्द

 

नई दिल्ली. नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पूर्व रेलवे के हावड़ा-बर्धमान रूट पर ट्रेन सेवा तीन दिन तक प्रभावित रहेगी. इस वजह से 30 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया गया है. पूर्व रेलवे के हावड़ा-बर्धमान रेल सेक्शन के बंडेल, आदिसप्तग्राम और मगरा रेलवे स्टेशनों पर 27 मई से 30 मई तक नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के कारण इस रूट से गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित रहेंगी. साथ ही भारतीय रेल ने 30 ट्रेनों को रद्द करने का भी एलान किया है.

पूर्व रेलवे के अधीन आने वाले हाजीपुर रेलवे डिविजन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार के अनुसार बंडेल, आदिसप्तग्राम और मगरा रेलवे स्टेशनों पर नॉन-इंटरलॉकिंग की वजह से कुल 30 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया गया है. इन ट्रेनों में कोलकाता-वीरांगना लक्ष्मीबाई एक्सप्रेस, जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस, सियालदह-बलिया एक्सप्रेस, कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस समेत कई प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं.
 
रेलवे द्वारा रद्द की गई ट्रेनों की लिस्ट के अनुसार 27 मई को वीरांगना लक्ष्मीबाई-कोलकाता एक्सप्रेस, सहरसा-सियालदह एक्सप्रेस, बलिया-सियालदह एक्सप्रेस, कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस, हावड़ा-रक्सौल एक्सप्रेस, हावड़ा-रक्सौल एक्सप्रेस रद्द रहेगी. इसी तरह 28 मई को कोलकाता-सीतामढ़ी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.
 
वहीं 29 मई को कोलकाता-वीरांगना लक्ष्मीबाई एक्सप्रेस कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस, सीतामढ़ी-कोलकाता एक्सप्रेस, जयनगर-कोलकाता एक्सप्रेस रद्द रहेगी. अगले तीन दिन 30 मई तक हावड़ा से चलने वाली 13031 हावड़ा-जयनगर एक्सप्रेस, 31 मई तक जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस, 31 मई तक बलिया-सियालदह एक्सप्रेस, अगले तीन दिन 30 मई तक मोकामा-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.
 
इससे पहले दिल्ली-अंबाला सेक्शन पर भी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का 22 मई को काम पूरा किया गया था. सुरक्षा, गति और वाहन क्षमता के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए ये इंटरलॉकिंग की गई थी. इसके परिणामस्वरूप उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने बजीदा जटां रेलवे स्टेशन (दिल्ली-अंबाला सेक्शन, दिल्ली मंडल) पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे के पी.एस.आर. (इंजीनियरिंग स्थाई गति प्रतिबंध) को हटा दिया गया है, जिससे बजीदा जटां-करनाल ब्लॉक खंड 130 किलोमीटर प्रति घंटे के लिए फिट हो गया है. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से सुरक्षा तो बढ़ी ही है साथ ही बेहतर यार्ड संचालन हुआ है.