आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
हिंदू पौराणिक कथाओं में चैत्र नवरात्रि और नए साल के पहले दिन को चिह्नित करते हुए, शनिवार को नई दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में सुबह ‘आरती‘ की गई.भक्तों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और देवी दुर्गा से आशीर्वाद लिया.
लोग पवित्र दिन पर प्रार्थना करने के लिए धैर्यपूर्वक अपने मौके की प्रतीक्षा में कतार में खड़े देखे गए.हिंदू धर्म में नए साल के पहले दिन को चिह्नित करने के लिए सभी आयु वर्ग के भक्तों को सुबह-सुबह मंदिर में आते देखा गया.
झंडेवालान मंदिर ट्रस्ट के रवींद्र गोयल ने भक्तों का मंदिर में स्वागत किया और कहा कि उन्होंने सुरक्षा के उचित इंतजाम किए हैं.उन्होंने कहा,‘‘मैं नए साल की शुभकामनाएं देता हूं. भारत दो साल बाद कोविड-19 की परेशानी से बाहर आया है. लोगों में उत्साह है.
हम उनका स्वागत करने के लिए भी तैयार हैं. वे आ सकते हैं और आशीर्वाद ले सकते हैं. मंदिर में 2,500 से अधिक कार्यकर्ता सुरक्षा प्रबंधन संभाल रहे हैं. हमने 160 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जहां हमारे लोग पुलिस अधिकारियों के साथ घटनाओं पर नजर रखते हैं. ‘‘
गोयल ने कहा, चैत्र नवरात्रि या वसंत नवरात्रि भारत में वसंत ऋतु के दौरान मनाई जाती है और इसे हिंदू समुदाय के लिए नौ दिनों का महत्वपूर्ण उत्सव माना जाता है.इस साल, यह उत्सव 02 अप्रैल, 2022 को शुरू होगा और 11 अप्रैल, 2022 को समाप्त होगा.
चैत्र नवरात्रि का पहला दिन चंद्रमा के ‘शुक्ल पक्ष‘ यानी पूर्णिमा चरण के दौरान पड़ता है. देवी दुर्गा की स्तुति करने के लिए नौ दिनों के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठान हर दिन अलग-अलग होते हैं. यह भगवान राम के जन्मदिन का भी प्रतीक है, जो आमतौर पर नवरात्रि उत्सव के दौरान नौवें दिन पड़ता है, इसलिए इसे राम नवरात्रि भी कहा जाता है.
यह त्योहार महा नवरात्रि की तरह है, जो देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों को समर्पित है, जिन्हें सामूहिक रूप से नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है.