चक्रवात ताउतेः कर्नाटक में 4 की मौत, कोझीकोड में 15 मछुआरे लापता

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 16-05-2021
चक्रवात ताउतेः कर्नाटक में 4 की मौत, कोझीकोड में 15 मछुआरे लापता
चक्रवात ताउतेः कर्नाटक में 4 की मौत, कोझीकोड में 15 मछुआरे लापता

 

बेंगलुरू. कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान चक्रवात श्तौकतेश् के कारण हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण तटीय और मध्य कर्नाटक में अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई. एक मौसम अधिकारी ने रविवार को ये जानकारी दी. इसके अलावा कोझीकोड के बेपोर बंदरगाह से पांच मई को समुद्र में उतरे कम से कम 15 मछुआरे लापता हैं. ये सभी तमिलनाडु के मूल निवासी हैं.

कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के प्रमुख सुनील गावस्कर ने यहां बताया, “राज्य में चक्रवात के कारण हुई भारी बारिश हुई जिसकी वजह से उत्तरा कन्नड़, उडुपी, चिक्कमगलुरु और शिवमोगा जिलों में शनिवार देर रात से अलग-अलग घटनाएं हुई.”

पहली घटना में, उत्तर कन्नड़ में कारवार के पास एक मछुआरे की मौत हो गई, जब वह अपनी नाव को किनारे पर ले जा रहा था. समुद्र में तैरती एक और नाव तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण पीछे से दुर्घटनाग्रस्त हो गई.

दूसरी घटना में, एक किसान पश्चिमी तट पर उडुपी के पास अपने खेत में उस समय करंट की चपेट में आ गया, जब वह भारी बारिश के बीच तेज हवा के कारण अपने खेत में मौजूद था.

तीसरी घटना, चिक्कमगलुरु जिले में एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति की मौत हो गई, जब भारी बारिश के कारण एक घर ढह गया.

चौथी घटना, मलनाड क्षेत्र के शिवमोगा जिले में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जब वह बारिश के दौरान पेड़ के नीच खड़ा था.

गावस्कर ने कहा, “चक्रवात की नजर अरब सागर के ऊपर तट से लगभग 120 किमी दक्षिण-पश्चिम में थी और रविवार दोपहर को गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात की ओर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रही थी . तेज हवाओं के कारण राज्य के तटीय क्षेत्रों और मलनाड क्षेत्र में भारी बारिश हुई.”

भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण पश्चिमी तट पर समुद्र में उथल-पुथल हुआ और प्रभावित जिलों में निचले इलाकों में पानी भर गया.

गावस्कर ने कहा, “शनिवार से भारी बारिश के कारण दक्षिण कन्नड़ जिले में लगभग 120 घर क्षतिग्रस्त हो गए. प्रभावित लोगों को जिले में राज्य सरकार द्वारा स्थापित राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया.”

समुद्र में गए 15 मछुआरे लापता

5 मई को बेपोर के तट से रवाना हुई ‘अजमीर शा’ नाव लापता है और नाव पर सवार किसी भी मछुआरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसी बीच एक अन्य नाव जो उसी समय बेपोर से समुद्र में गई थी, उसके इंजन में कुछ यांत्रिक खराबी के कारण वो गोवा तट पर पहुंच गई है.

इस नाव ‘मिलाद-3’ में तमिलनाडु के 15 लोग भी हैं और ये सभी गोवा से 7 समुद्री मील की दूरी पर हैं. मछुआरों के संगठनों ने तटरक्षक बल और नौसेना से तत्काल बचाव अभियान शुरू करने की अपील की है.

फिशिंग बोट ओनर्स एसोसिएशन के राज्य महासचिव कीलारी प्रेमन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हमने तटरक्षक, भारतीय नौसेना और राज्य सरकार से लापता मछुआरों का पता लगाने और उन्हें वापस लाने की अपील की है. मछुआरों या उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. नाव ‘अजमीर शाह’ जो बेपोर बंदरगाह से मछली पकड़ने गई थी.”

आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार, “चक्रवात ताउते केरल तट से आगे बढ़ गया है और गुजरात को छूने की संभावना है. राज्य में गरज-चमक के साथ बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी है.”

राज्य में भारी बारिश के कारण दो लोगों के मारे जाने की खबर है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक मृतकों के नाम और अन्य विवरणों की पुष्टि नहीं की है.

कोविड -19 अपने चरम पर है और राज्य में भारी बारिश हो रही है. अधिकारियों को बारिश प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के पुनर्वास में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैष स्थानीय पुलिस, जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी राहत और बताव की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

पठानमथिट्टा, कोट्टायम, एनार्कुलम और त्रिशूर जिलों के लोगों की याद में 2018 की भारी बाढ़ अभी भी बरकरार है. भारी बारिश और बाढ़ ने 483 लोगों की जान ले ली और कई घायल हो गए थे.

कई लोगों ने अपने घर और सामान खो दिए थे और लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या राज्य में फिर से बाढ़ आएगी. त्रिशूर जिला कलेक्टर पहले ही पेरिंगलकुथु बांध के स्पिलवे शटर खोलने का आदेश दे चुके हैं. चलाकुडी नदी के किनारे रहने वालों को शटर खोलने पर चेतावनी दी जा रही है.

एनार्कुलम जिले के विभिन्न शिविरों में 150 से अधिक लोगों का पुनर्वास किया जा रहा है . अधिकारी इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि जो लोग शिविरों में हैं, वे कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार रहें.