संदर्भः हरिद्वार धर्म संसद: जफर सरेशवाला बोले- मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 28-12-2021
 जफर सरेशवाला
जफर सरेशवाला

 

मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली
 
शेर की सवारी करने वालों को एक दिन शेर ही अपनी पीठ से उठाकर फेंक देगा.मुसलमान बिलकुल डरा हुआ नहीं है. मुसलमानों को डरने की जरूरत भी नहीं है. मुसलमानों को भड़का कर अब अपना उल्लू सीधा नहीं किया जा सकता. कौम उनकी मंशा समझती है.  
 
यह कहना है मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के पूर्व चांसलर एवं मदरसा शिक्षा के आधुनिकीकरण को लेकर सक्रिय जफर सरेशवाला का. वह हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में कुछ कट्टरवादी नेताओं द्वारा मुसलमानों के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक बातें कहने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे.
 
आवाज द वाॅयस से इस मुद्दे पर बात करते हुए जफर सरेशवाला ने कहा, ‘‘ वो (उनका इशारा कट्टरवादी संगठन की ओर था ) जो भी कर रहे हैं करने दीजिए. मुसलमान इससे बिल्कुल डरा हुआ नहीं है.
 
मैं रोजाना देश के अलग-अलग हिस्से में तालीम-ओ-तरबियत के सिलसिले में जाता रहता हूं. 49 शहरों में इस तरह का प्रोग्राम कर चुका हूं. हर शहर के मुस्लिम इलाके में गया.
 
तीन दिन से अहमदाबाद के जुहापुरा इलाके में हूं. मुंबई के मोहम्मद अली रोड, बांद्रा के मुस्लिम इलाकों में गया. दिल्ली के जाकिर नगर, जामा मस्जिद इलाके में जा चुका हूं. लखनऊ के उस इलाके में भी गया जहां टुंडे कबाब मिलते हैं. दो-तीन महीने पहले मुजफ्फरनगर और सहारनपुर इलाके में था. कहीं मुसलमान डरा हुआ नहीं है.
 
जफर सरेशवाला ने कहा,‘‘ मुसलमानों ने तय किया है कि हमें अपनी जगह इस मुल्क में काबिलियत, तालीम, ईमानदारी और अमानतदारी की बुनियाद पर बनानी है. मुसलमान सेल्फ इंप्लाइमेंट की ओर बढ़ रहा है.’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘ अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली यहां तक कि बेंगलुरु के मुसलमानों ने तय किया है कि इसका -कट्टरवाद- जवाब नहीं देना है. जब से मुसलमानों ने जवाब देने बंद किया है. उनमें बेचैनी बढ़ गई है. वे पगलाए हुए हैं. पहले मुसलमानों को भड़का कर वो अपना उल्लू सीधा करते थे. जब से मुसलमानों ने जवाब देना बंद किया है, इस खामोशी से वो पागल हो गए हैं.’’

सरेशवाला ने कट्टरवादी संगठनों की ओर इशारा करते हुए कहा,‘‘जब से उन्होंने शेर की सवारी शुरू की है. इसके लिए उन्होंने तरह-तरह के जतन करनेे पड़ रहे हैं. मगर  मालूम   होना चाहिए कि एक दिन उन्हें शेर अपनी पीठ से उतार कर दूर फेंक देगा.’’
 
उन्होंने कहा कि मीडिया ही ऐसे लोगों को हवा दे रहा है अन्यथा आम हिंदू खुद ऐसे लोगों से परेशान है. उन्होंने कहा कि उनकी कई हिंदू दोस्तों से बात हुई है. सभी ऐसी हरकतों से शर्मिंदा और परेशान हैं.’’
 
उन्होंने कहा-‘‘एक दिन इसकी लड़ाई हिंदू ही लड़ेगा. जैसे आतंकवाद के खिलाफ मुसलमाना लड़ाई लड़ रहा है.’’जफर सरेशवाला ने आवाज द वाॅयस से बातचीत में कहा,‘‘ मुसलमनों को तो शुक्रगुजार होना चाहिए कि उनकी वजह से वो बदल रहे हैं.
 
जब से तीन तलाक का मामला आया है. वर्कशॉप हो रही है कि तलाक कब, कैसे देना चाहिए. वो जितना इस तरह की हरकतें करेंगे, मुसलमान उतना ही अपने आपको बदलेगा.’’