नई दिल्ली. पंजाब के बाद अब हरियाणा में कांग्रेस पार्टी पर संकट मंडरा रहा है, क्योंकि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के समर्थकों ने कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने और उनकी जगह हुड्डा को नियुक्त करने का दबाव बढ़ा दिया है. कांग्रेस के करीब 21 विधायक अपने कदम की रणनीति बनाने के लिए सोमवार को नई दिल्ली में हुड्डा के आवास पहुंचे. विधायक अपनी मांग को मनवाने के लिए के.सी. वेणुगोपाल, महासचिव, संगठन से मुलाकात कर सकते हैं.
सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री राज्य के मामलों में फ्री हैंड चाहते हैं और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बढ़ते दबदबे से भी नाराज हैं.
शैलजा ने पिछले हफ्ते वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी.
इससे पहले 1 जुलाई को हरियाणा के लगभग 19 कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से मुलाकात कर प्रखंड एवं जिला समितियों की नियुक्ति और स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों सहित सांगठनिक मुद्दों को सुलझाया था.
बैठक के बाद, पार्टी के राज्य प्रभारी विवेक बंसल ने कहा, “कोई गंभीर मुद्दा नहीं है, लेकिन महामारी के कारण हम हाल के दिनों में नहीं मिले थे, इसलिए हमने एक बैठक करने और विधायकों को राजनीतिक स्थिति के बारे में सुनने का फैसला किया.”
बंसल ने कहा कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए राज्य में नई जिला समितियां नियुक्त करने की प्रक्रिया में है.
राज्य फिलहाल गुटबाजी में फंसता नजर आ रहा है, क्योंकि तीन प्रमुख समूह बन गए हैं, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, दूसरा कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा शामिल हैं.