कांग्रेसी नेता राशिद खान ने चारमीनार में नमाज अदा करने की इजाजत मांगी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 01-06-2022
कांग्रेसी नेता राशिद खान ने चारमीनार में नमाज अदा करने की इजाजत मांगी
कांग्रेसी नेता राशिद खान ने चारमीनार में नमाज अदा करने की इजाजत मांगी

 

हैदराबाद. तेलंगाना कांग्रेस नेता राशिद खान ने कहा है कि हम संस्कृति मंत्रालय और एएसआई से मांग करते हैं कि चार मीनार में फिर से नमाज अदा की जाए. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मांग पूरी नहीं हुई तो हम सभी लोगों के हस्ताक्षर के साथ मुख्यमंत्री के पास जाएंगे.’’

देश में ऐतिहासिक इमारतों, मंदिरों और मस्जिदों को लेकर चर्चा के बीच हैदराबाद में चार मीनारों को लेकर भी विवाद छिड़ गया है. तेलंगाना कांग्रेस नेता राशिद खान ने चार मीनार पर नमाज अदा करने की अनुमति लेने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है. उन्होंने कहा कि इमारत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है.

इससे पहले चार मीनार में नमाज अदा की गई थी. हालांकि करीब दो दशक पहले यहां लोगों के पूजा करने पर पाबंदी लग गई थी. इस बीच मौलाना अली कादरी ने कहा कि पहले लोग चार मीनार में नमाज अदा करते थे, लेकिन एक व्यक्ति के आत्महत्या करने के बाद यहां इस पर रोक लगा दी गई. मांग पूरी नहीं हुई, तो हम धरना देंगे.

तेलंगाना कांग्रेस नेता राशिद खान ने कहा, ‘‘हम संस्कृति मंत्रालय और एएसआई से मांग करते हैं कि चार मीनार में फिर से नमाज अदा की जाए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मांग पूरी नहीं हुई तो हम सभी लोगों के हस्ताक्षर के साथ मुख्यमंत्री के पास जाएंगे. फिर भी अगर नमाज नहीं मानी गई, तो हम धरने पर बैठेंगे और धरना देंगे.’’

राशिद खान ने चार मीनार के पास भगिया लक्ष्मी मंदिर के अवैध निर्माण पर एएसआई की रिपोर्ट का हवाला दिया. हम गंगा-जमुनी सभ्यता में विश्वास करते हैं. अगर मंदिर में इबादत है, तो होने दो, लेकिन चूंकि हमारी मस्जिद बंद है, इसलिए इसे खोलने और नमाज अदा करने की अनुमति दी जानी चाहिए.

खान ने कहा कि अगर एएसआई मस्जिद को बंद कर रहा है, तो मंदिर को भी बंद कर देना चाहिए. दूसरी ओर, एक भाजपा ने कांग्रेस नेता की मांग को सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास करार दिया. भाजपा नेता और पूर्व एमएलसी ने कहा कि कांग्रेस ने अपना आधार खो दिया है. वह अब सांप्रदायिक मुद्दों को उठाकर पैर जमाने की कोशिश कर रही है. भाजपा नेता ने कहा कि चार मीनार और मंदिर के दो मुद्दों को जोड़ना सांप्रदायिक तनाव को भड़काने का प्रयास है.