राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी, कहा, देशव्यापी लॉकडाउन अवश्यंभावी, तैयारी करे सरकार

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
राहुल गांधी (फोटोः सोशल मीडिया)
राहुल गांधी (फोटोः सोशल मीडिया)

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है और इसमें उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की मांग की है. उन्होंने साफ लिखा है, "देश एक अवश्यंभावी लॉकडाउन कि दिशा में बढ़ रहा है." और इसके लिए सरकार को 'गरीब और कमजोर तबकों के लिए आर्थिक और खाद्य सामग्री की मदद' देने के साथ ही एक व्यापक 'परिवहन नीति' भी तैयार रखनी चाहिए.

शुक्रवार को लिखे गए इस पत्र में राहुल गांधी ने कहा है कि देश में कोविड सुनामी के बेकाबू होने की वजह से उन्हें एक बार फिर से चिट्ठी लिखने को बाध्य होना पड़ा है.

उन्होंने लिखा है, ऐसी असाधारण परिस्थितियों में भारत के लोग आपकी प्राथमिकता में होने चाहिए. गांधी ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि आप अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करें ताकि  लोगों की गैर-जरूरी मुश्किलें कम हों.

साथ ही, गांधी ने प्रधानमंत्री से यह भी कहा है कि, अपने लोगों के साथ हमें ग्लोबल विश्व और एक-दूसरे से जुड़ी दुनिया में भारत की जिम्मेदारियों को भी समझना होगा.

अपने पत्र में गांधी ने आशंका जताई है कि वायरस का दोहरा या तिहरा म्यूटेंट स्ट्रेन सिर्फ एक शुरुआत है, इसके लिए हमें भविष्य की तैयारी करके रखनी चाहिए.

राहुल गांधी ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को कुछ सुझाव भी भेजे हैं.

-वायरस की ट्रैकिंग वैज्ञानिक तरीके से हो. देश भर में इसके म्यूटेशन की निगरानी जीनोम सीक्वेंस और बीमारी के पैटर्न के लिहाज से रखी जाए

-हर वैक्सीन की प्रभावकारिता पर निगाह रखी जाए

-पूरी आबादी का तेजी से टीकाकरण हो

-पारदर्शी रहें और बाकी दुनिया को हमारे जांच के नतीजों की सूचना साझा करे

हालांकि अपने सुझावों के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सरकार पर कोविड और टीकाकरण रणनीति पर स्पष्ट नीति के अभाव का आरोप भी लगाया और यह भी कहा कि इस महामारी पर जीत का ऐलान वक्त से पहले कर दिया गया.

गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार की नाकामी की वजह से देश एक अन्य अवश्यंभावी लॉकडाउन की दिशा में बढ़ रहा है.

राहुल ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि पिछले साल के लॉकडाउन की तरह इस बार भी लोग मुश्किल में न पड़ें इसके लिए सरकार को संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए और हाशिए पर पड़े कमजोर तबकों को जरूरी आर्थिक और खाद्य सामग्री की मदद मुहैया करानी चाहिए. इसके साथ ही राहुल ने सरकार को सुझाव दिया है कि केंद्र सरकार को एक परिवहन नीति भी तैयार रखनी चाहिए ताकि जिसको जरूरत हो उन्हें यह मुहैया कराई जा सके.

राहुल ने सरकार की चिंता को समझते हुए लिखा है, “मुझे पता है कि आप लॉकडाउन के आर्थिक असर को लेकर चिंतित हैं. भारत के बाहर और अंदर भी, इस वायरस के संक्रमण को जारी रहने देने से हो रही जनहानि विशुद्ध आर्थिक गणनाओं से कहीं अधिक त्रासद साबित हो रही है.”

राहुल ने लिखा है कि संकट की इस घड़ी में सभी हितधारकों को विश्वास में लेना उचित होगा ताकि देश को बचाने के लिए हम सभी काम कर सकें.

राहुल ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया है कि इस भयावह महामारी से लड़ने में उनका पूरा समर्थन सरकार के साथ है.