दावा: भारत में ओमिक्रॉन की स्थिति ब्रिटेन की तरह खराब नहीं होगी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 20-12-2021
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
 
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने दावा किया कि भारत को तैयार रहना चाहिए. उम्मीद है कि देश में स्थिति यूनाइटेड किंगडम की तरह खराब नहीं होगी. उनकी टिप्पणी यूके मेंसामने आए ओमिक्रॉन के 10,000 से अधिक नए मामलों के संदर्भ थी. यह अब तक की सबसे अधिक दैनिक वृद्धि है.
 
उन्होंने कहा, ‘‘हमें तैयारी करनी चाहिए और उम्मीद करनी चाहिए कि स्थिति उतनी खराब न हो जितनी ब्रिटेन में है.‘‘ हमें और डेटा चाहिए. ‘‘जब भी कोरोना और इसके नए वेरिएंट के मामलों में वृद्धि होती है, तो हमें उस पर कड़ी नजर रखने और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है.‘‘
 
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने शनिवार को 10,059 नए प्रकार के मामलों की पुष्टि की, जो शुक्रवार (3,201) को रिपोर्ट की गई संख्या के तीन गुना से अधिक है, जो कुल 24,968 है.
 
इस बीच, महाराष्ट्र में ओमिक्राॅन के छह और मामले सामने आने के बाद, भारत में इसकी संख्या बढ़कर 151 हो गई. महाराष्ट्र में ओमिक्राॅन की कुल संख्या बढ़कर 54 हो गई.
 
इसके 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पाए गए, जिनमें महाराष्ट्र (54), दिल्ली (22), राजस्थान (17) और कर्नाटक (14), तेलंगाना (20), गुजरात (9) और केरल (11) शामिल हैं. आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) है.
 
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की रिपोर्ट सबसे पहले 24 नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका में सामने आई थी. भारत में, 2 दिसंबर, 2021 को, कर्नाटक में कोरोना वायरस के इस  संशोधित संस्करण के पहले दो मामलों का पता चला था.