छोटा राजन को मकोका मामले में मुंबई कोर्ट ने किया बरी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 02-02-2022
छोटा राजन को मकोका मामले में मुंबई कोर्ट ने किया बरी
छोटा राजन को मकोका मामले में मुंबई कोर्ट ने किया बरी

 

मुंबई. अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन को मुंबई की एक विशेष अदालत ने उसके और अन्य के खिलाफ दर्ज मकोका मामले में बरी कर दिया है. मुंबई के बांद्रा पश्चिम इलाके में पांच लोगों और एक लड़की को गोली मार दी गई थी, जिनमें से पांच की बाद में 1 मार्च 1999 को मौत हो गई थी. इस मामले में छोटा राजन को अन्य लोगों के साथ आरोपी बनाया गया था और उन पर मकोका लगाया गया था.

 
छोटा राजन के वकील तुषार सेल ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने विशेष अदालत में आरोपमुक्त करने की अर्जी दी थी. तुषार ने तर्क दिया कि उनके मुवक्किल छोटा राजन के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और उन्हें फंसाया जा रहा है.
 
तुषार ने तर्क दिया, "अभियोजन द्वारा दायर आरोप पत्र में आरोपी को कोई विशिष्ट भूमिका नहीं सौंपी गई थी. जांच संदेह से भरा है और आवेदक के खिलाफ कोई ठोस सबूत एकत्र नहीं किया गया है."
 
तुषार द्वारा दी गई आरोपमुक्ति याचिका में कहा गया है कि "अभियोजन कुछ मामलों का फायदा उठा रहा है जिसमें छोटा राजन का नाम अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ दिखाया गया है. जांच अधिकारी के लिए अन्य सह-अभियुक्तों को फरार बताकर उनके साथ संबंध दिखाना बहुत आसान है. हालांकि, यह दिखाने के लिए कोई सबूत नहीं है कि वर्तमान आवेदक छोटा राजन के रूप में चार्जशीट में उल्लिखित व्यक्ति था. पूरी चार्जशीट आरोपी की पहचान के बारे में चुप्पी है."
 
अदालत ने दोनों पक्षों, अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद छोटा राजन को आरोप मुक्त कर दिया.
 
1 मार्च 1999 को बांद्रा के पहलवी होटल के पास पांच लोगों और एक लड़की को गोली मार दी गई थी. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने देखा कि चारों तरफ खून बिखरा हुआ है. तब तक पीड़ितों को इलाज के लिए भाभा अस्पताल ले जाया गया. पांच लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
 
शुरूआत में प्राथमिकी अज्ञात लोगों के खिलाफ थी। इसे गंगा राम बाबूलाल गुप्ता नाम के शख्स ने दर्ज कराया था. बाद में पुलिस ने जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान की.
 
मामले में अजय सुरेश मोहिते उर्फ अजय सूरजभान श्रेष्ठ उर्फ अजय नेपाली, राजन सदाशिव निकलजे उर्फ छोटा राजन, हेमंत रमन्ना पुजारी, कुंदनसिंह नरसिंह रावत, समर अशोक माणिक और विक्रांत उर्फ विक्की मल्होत्रा को आरोपी बनाया गया था.
 
विशेष अदालत ने 2004 में सुरेश मोहिते को बरी कर दिया था. छोटा राजन के खिलाफ मामला लंबित दिख रहा था. उसके निर्वासन के बाद उनके खिलाफ मुकदमा शुरू हुआ.
 
बचाव पक्ष के वकील ने तर्क दिया कि जांच अधिकारी ने वर्तमान आवेदक की संलिप्तता दिखाने के लिए कोई सामग्री नहीं जोड़ी है.