लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार मफियाओं की कमर तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में शनिवार को मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी शाहिद के राजधानी स्थित अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई.
लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने हजरतगंज में साहू सिनेमा के बगल में रानी सल्तनत प्लाजा की चौथी मंजिल को गिराया. प्लाजा की चौथी मंजिल पर बनी सभी 10अवैध दुकानों को तोड़ा गया.
कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा. मुख्तार अंसारी के करीबी के बताए जा रहे इस अवैध प्लाजा को गिराने को लेकर एक महीना पहले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नोटिस दिया था.
लखनऊ के डीएम व एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि मुख्तार अंसारी का डायरेक्ट नहीं, लेकिन उनके करीबियों से जुड़ा या भवन होना पाया गया है. फिलहाल हम अवैध निर्माण के तहत कार्रवाई कर रहे हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के नेतृत्व में जोन 6में बने प्लाजा पर कार्रवाई की जा रही है. सुबह से शुरू हुई कार्रवाई 5घंटे बाद भी जारी है. अवैध रूप से बनाए गए तीन मंजिला प्लाजा में शीशे और संगमरमर के पत्थरों से दुकानें बनाई गई थी.
हजरतगंज गांधी आश्रम के बगल में बनाया प्लाजा रानी सल्तनत का है. प्राधिकरण के जोन 6हजरतगंज गांधी आश्रम के बगल में अवैध निर्माण ध्वस्त हो रहा है.
संयुक्त सचिव ऋतु सुहास , अधिशाषी अभियंता कमलजीत, अवर अभियंता भरत पांडेय, अवर अभियंता नित्यानन्द चौबे और सहायक अभियंता एन एस शाक्य टीम के साथ कॉम्पलेक्स गिराने में जुटे हैं.
रानी सल्तनत बेगम और अन्य के खिलाफ एलडीए ने 2005में कारण बताओ नोटिस भेजा था, जिसमें रानी सल्तनत बेगम द्वारा स्थल पर स्वीकृत मानचित्र के विरुद्ध साइट सेट बैक व रियर सेट बैक कवर करके अनाधिकृत रूप से निर्माण कराया गया और निर्माण कार्य को बंद नहीं किया गया.
जारी पत्र में एलडीए ने यह भी बताया गया कि, रानी सल्तनत बेगम वह अन्य से पूछा गया कि आखिर अवैध निर्माण को क्यों ना गिराया जाए? लेकिन रानी सल्तनत बेगम व अन्य लोग उपस्थित नहीं हुए, न ही उनके द्वारा कोई जवाब या साक्ष्य प्रस्तुत किया गया, जबकि विपक्षियों को जवाब व साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए, लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अवसर भी दिया था.
बिल्डिंग निर्माण गलत तरीके से कराया गया, जिसमें विपक्षी द्वारा स्वीकृत मानचित्र के विरुद्ध अनाधिकृत रूप से भवन निर्माण कराया गया, जोकि प्रवर्तन और भवन विभाग की आख्या में स्पष्ट है कि,रानी सल्तनत बेगम व अन्य मानचित्र के विरुद्ध निर्माण कराए गए हैं, गलत नक्शे पर,भवन निर्माण के चलते बिल्डिंग गिराने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है.
जिलाधिकारी (डीएम) एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर प्लाजा की चौथी मंजिल पर बनाई गई सभी 10 अवैध दुकानों को तोड़ दी गई. यह पूरी इमारत करीब पांच वर्ग फीट में बनाई गई है. अभियंताओं ने बताया चौथी मंजिल मानचित्र के विपरीत बनाई गई थी. पहले भी नोटिस दिया जा चुका है, लेकिन न तो कंपलेक्स स्वामी ने समान नीति के तहत पालन किया गया और न ही अवैध निर्माण को खुद तोड़ा. इसलिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई की है. डीएम ने बताया कि पहले दुकानें तोड़ी जाएंगी फिर साइड के दीवारें गिराई जाएंगी. अंत में छत का नंबर आएगा.