राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी की नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणियों के लिए उन्हें पार्टी द्वारा निलंबित और निष्कासित कर दिया गया है. अब नेता नुपुर शर्मा ने रविवार को यह कहकर अपना बयान वापस ले लिया कि ‘‘किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का उनका इरादा कभी नहीं था.’’ साथ ही उन्होंने माफी मांगी है. जबकि जिंदल ने कहा कि मेरा आशय किसी मजहब का अपमान करने का नहीं था.
नूपुर शर्मा ने एक नोट लिखा और आज अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘‘मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट में शामिल हो रही हूं, जहां हमारे महादेव का लगातार अपमान और अपमान किया जा रहा था. मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि यह शिवलिंग नहीं फव्वारा. दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं, जाओ जाके पूजा कर लो. मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिव जी के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैंने रोष में आके कुछ चीेजें कह दीं. अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची, हो तो मैं अपने शब्द वापिस लेती हूं. मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचने की कभी नहीं थी.’’
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) June 5, 2022
हालांकि उनकी टिप्पणियों से जो बवाल हुआ, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया और अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित भड़काऊ टिप्पणी के बाद अपने दिल्ली मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया. यह घटनाक्रम पार्टी द्वारा विवाद को शांत करने के लिए बयान जारी करने के कुछ घंटों बाद आया है.
इसके अलावा, पार्टी की अनुशासन समिति से शर्मा को एक संचार में कहा गया है कि उन्होंने विभिन्न मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो स्पष्ट रूप से इसके संविधान का उल्लंघन है. भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने शर्मा को लिखे पत्र में कहा, ‘‘आपने विभिन्न मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो स्पष्ट रूप से भाजपा के संविधान के नियम 10(ए) का उल्लंघन है. मैंने आपको यह बताने के लिए निर्देशित किया गया है कि आगे की जांच लंबित रहने तक, आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से और आपकी जिम्मेदारियों / कार्यों से, यदि कोई हो, निलंबित कर दिया जाता है.’’
अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर दिल्ली मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने स्पष्ट किया कि वह सभी धर्मों के लोगों का सम्मान करते हैं. रविवार को एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, "मैं सभी धर्मों की आस्था का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं केवल उन मानसिकता पर सवाल उठाता हूं, जो हमारे देवताओं पर अभद्र टिप्पणियों का इस्तेमाल करके नफरत फैलाते हैं. मैंने सिर्फ एक सवाल पूछा. इसका मतलब यह नहीं है कि हम किसी भी धर्म के खिलाफ हैं."
I asked a question from people who are spreading hatred, but that doesn't mean that I want to hurt anyone's religious sentiments. I am with all religions; don't give hate to us, we won't give hate to anyone: Naveen Kumar Jindal, after being expelled from BJP pic.twitter.com/ExRB2yO8f8
— ANI (@ANI) June 5, 2022
जिंदल को निष्कासित करते हुए, इसके दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के एक पत्र में कहा गया है, ‘‘आपकी प्राथमिक सदस्यता तुरंत समाप्त कर दी जाती है और आपको पार्टी से निष्कासित कर दिया जाता है.’’ इसके अलावा, पार्टी की अनुशासन समिति से शर्मा को एक संचार में कहा गया है कि उन्होंने विभिन्न मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो स्पष्ट रूप से इसके संविधान का उल्लंघन है.
इससे पहले दिन में, भाजपा ने अपने महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा किसी भी धर्म के किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है. भारतीय जनता पार्टी किसी भी विचारधारा के खिलाफ है, जो किसी भी वर्ग या धर्म का अपमान या अपमान करती है. भाजपा ऐसे लोगों या दर्शन को बढ़ावा नहीं देती है.’’ बीजेपी ने कहा कि वह ‘सभी धर्मों का सम्मान करती है’ और ‘किसी भी विचारधारा के खिलाफ है जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान या अपमान करती है’.
संक्षिप्त बयान में कहा गया, ‘‘भारत के हजारों वर्षों के इतिहास में हर धर्म फला-फूला और फला-फूला. भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है. भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को अपनी पसंद के किसी भी धर्म का पालन करने और हर धर्म का सम्मान और सम्मान करने का अधिकार देता है. जैसा कि भारत अपनी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, हम भारत को एक महान देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां सभी समान हैं और सभी गरिमा के साथ रहता है, जहां सभी भारत की एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां सभी विकास और विकास के फल का आनंद लेते हैं.’’
हालांकि, आधिकारिक बयान में बहस के दौरान शर्मा द्वारा की गई किसी भी घटना या टिप्पणी का कोई प्रत्यक्ष उल्लेख नहीं किया गया.
उधर, मुंबई पुलिस ने रजा अकादमी की मुंबई विंग के संयुक्त सचिव इरफान शेख की शिकायत के आधार पर शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. इसमें कहा गया है कि शर्मा ने ज्ञानवापी मुद्दे पर एक समाचार बहस में कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी. इसके अलावा, जिंदल ने कथित तौर पर देश के हितों के खिलाफ ट्वीट किया.
(एजेंसी इनपुट सहित)