आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुक्रवार को चार गैर-वातानुकूलित अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत किए जाने के बाद बिहार से चलने वाली ऐसी ट्रेन की संख्या बढ़कर पांच हो जाएगी. अत्याधुनिक तकनीक वाली ये ट्रेन आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए बनाई गई हैं.
इसके साथ ही, बिहार से चलने वाली ऐसी ट्रेन की संख्या देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक हो गई है, जहां इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होना है.
शुक्रवार को शुरू की गईं ट्रेन से पहले, बिहार में दो अमृत भारत ट्रेन थीं - एक दरभंगा और दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल के बीच, जिसकी शुरुआत 2023 में हुई थी और दूसरी मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से सहरसा तक चलने वाली, जिसकी शुरुआत 24 अप्रैल, 2025 को हुई थी.
अधिकारियों ने बताया कि अब यह संख्या बढ़कर पांच हो गई है. उन्होंने कहा कि ये चार नयी ट्रेन पहले वाली ट्रेन का उन्नत संस्करण हैं, जो बेहतर यात्री सुविधाएं जैसे बेहतर आराम और बेहतर सुरक्षा प्रौद्योगिकी सुनिश्चित करेंगी.
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राजेंद्र नगर (पटना के पास) - नयी दिल्ली अमृत भारत ट्रेन लगभग 1,000 किलोमीटर की दूरी लगभग साढ़े 17 घंटे में तय करेगी और स्लीपर श्रेणी में पूरी यात्रा का किराया 560 रुपये होगा। इसकी नियमित सेवा 31 जुलाई से शुरू होगी.’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘दूसरी ट्रेन, बिहार के बापूधाम मोतिहारी और आनंद विहार (नयी दिल्ली) के बीच चलेगी. यह भी 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और स्लीपर श्रेणी के लिए पूरी यात्रा का किराया 555 रुपये होगा। इसकी नियमित सेवा की घोषणा अभी नहीं की गई है और इसकी घोषणा अलग से की जाएगी.’
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के दरभंगा और उत्तर प्रदेश के गोमती नगर के बीच तीसरी ट्रेन में गैर-एसी स्लीपर श्रेणी के लिए पूरी यात्रा का किराया 415 रुपये होगा और इसकी सामान्य सेवा 26 जुलाई से शुरू होगी.