पाकिस्तानी जिहाद पर बोलने वाली क्रिस्टीन फेयर को बैन करने पर घिरा बीबीसी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 05-09-2021
सी. क्रिस्टीन फेयर
सी. क्रिस्टीन फेयर

 

नई दिल्ली. एक कार्यक्रम के दौरान अफगानिस्तान में पाकिस्तान की जिहाद नीति के बारे में बोलने बार दक्षिण एशिया की विद्वान सी. क्रिस्टीन फेयर को नेटवर्क द्वारा बैन किए जाने के बाद बीबीसी आलोचना के घेरे में आ गया है. थियो फैरेल ने बीबीटी वर्ल्ड और क्रिस्टीन के टैग करते हुए ट्विटर पर कहा, “वास्तव में ये निराशाजनक है. बीबीटी वर्ल्ड और क्रिस्टीन को बंद कर दिया गया है, क्योंकि वह अफगानिस्तान में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में बात करने की कोशिश कर रही थी. यह खराब पत्रकारिता है न, आप बीबीसी से क्या उम्मीद करते हैं.”

मरियम अमिनी ने कहा कि “जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर क्रिस्टीन के सवाल पर बीबीसी वर्ल्ड सर्विस को सवाल का जवाब नहीं देने के लिए शर्म आती है. यह एक तथ्य है कि पाकिस्तान तालिबान का समर्थन करता है, तालिबान नेताओं के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं और वे आईएसआई के साथ काम करते हैं.”

काइल ऑर्टन ने कहा कि बीबीसी न्यूज से काफी सकल हमारे निष्पक्षता सिद्धांत का इस्तेमाल मूल रूप से क्रिस्टीन को बैन करने के लिए किया गया था, जब उसने अफगानिस्तान में पाकिस्तान की जिहाद नीति की व्याख्या की, जिसने हम सभी को इस तबाही में ला दिया है. यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर कोई ‘संतुलन’ नहीं है.

पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक हुसैन हक्कानी ने कहा कि एक अतिथि को बंद करने के का काम तरीका बीबीसी का है? निश्चित रूप से, वह बाद में एक पाकिस्तानी अधिकारी को अपनी राय देने के लिए आमंत्रित कर सकती थी.