राकेश चौरासिया/नई दिल्ली-बरेली
अब सात्विकता और पवित्रता के लिए मुस्लिमों को रामलीला में भूमिकाएं रोकने का विवाद सामने आया है. यहां एक मुस्लिम युवक ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है कि उसे ‘राम’ की भूमिका निभाने पर धमकियां दी जा रही हैं.
भारत में गंगा-जमुनी तहजीब के तहत सभी वर्गों और धर्मों के लोग मिल-जुलकर पर्व, त्योहार और संस्कृति साझा करते रहे हैं.
अपने देश में अक्सर कई स्थानों पर मुस्लिम कलाकार रामलीला के साजिंदों की भूमिका में दिखते हैं. कुछ स्थानों पर मुस्लिम रामलीला में विभिन्न चरित्रों का अभिनय भी करते हैं.
कई स्थानों पर कलाकार रामलीला की समय सीमा तक अपने घर पर भी नहीं रहते हैं और रामलीला स्थल पर ही विश्राम करते हैं.
हाल ही में नई बहस छिड़ी है कि रामलीला में अभिनय करने वाले सभी कलाकार कड़े नियम और व्रत का पालन करते हैं, जो कि गैर हिंदुओं के लिए संभव नहीं है.
इसे ही आधार पर बनाकर अब मुस्लिमों रामलीला में अभिनय से रोका जा रहा है.
आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसी ही एक घटना बरेली में सामने आई है.
दानिश खान और सैमुअल खान ने एसएसपी रोहित सजवान को शिकायत दी है कि उन्हें रामलीला में किरदार निभाने पर धमकियां दी जा रही हैं.
बारादरी क्षेत्र के निवासी दानिश नाट्यकार हैं और रामलीला में ‘राम’ की भूमिका निभाते हैं.
दानिश ने पुलिस में शिकायत की है कि उनके घर के किराएदारों ने ही उन्हें धमकी दी है कि वे राम की भूमिका निभाना बंद कर दें, नहीं तो उनके मकान पर कब्जा कर लेंगे.
दानिश का कहना है कि उनके पिता नहीं हैं और घर में अपनी दो बहनों के साथ रहते हैं. वे इस धमकी से बेहद परेशान हैं.
उन्होंने कहा कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. इसीलिए रामलीला में भाग लेते हैं. अब उनके लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. इसीलिए उन्होंने ‘कैकेयी’ बनने वाली सैमुअल खान आदि लोगों के साथ पुलिस में शिकायत की है.
उनकी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एसीपी क्राइम सुशील कुमार ने मामले की जांच के आदेश देते हुए हर संभव कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.