अयोध्याः राम मंदिर सजेगा मुस्लिम कारीगरों के हाथों

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 1 Years ago
अयोध्याः राम मंदिर सजेगा मुस्लिम कारीगरों के हाथों
अयोध्याः राम मंदिर सजेगा मुस्लिम कारीगरों के हाथों

 

अयोध्या. अयोध्या में बनने वाले भव्य रामलला मंदिर का तेजी से निर्माण हो रहा है. गर्भगृह में 14 दरवाजे होंगे. इनके दरवाजों में मकराना मार्बल का प्रयोग किया जा रहा है. खास बात यह है कि इनकी पेंटिंग का काम मुस्लिम कारीगर कर रहे हैं. मंदिर की चौखट को राम मंदिर कार्यशाला में लाया गया है. मंदिर भवन के सभी दरवाजे इन्हीं पत्थरों से बने होंगे.

राम मंदिर आंदोलन के दौरान 1990 से राम मंदिर निर्माण के लिए कार्यशाला का निर्माण किया गया था. यहां बंसी पर्वत की चट्टानों को काटकर निर्माण कार्यों में उपयोग किया जा रहा है. माना जा रहा है कि साल 2024 तक राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा. रामलला 2024 तक अपने मंदिर में विराजमान रहेंगे.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर का निर्माण कर रहा है. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में गठित कार्यकारिणी के सदस्य समय-समय पर मंदिर निर्माण की समीक्षा करते हैं.

जानकारी के अनुसार मंदिर के निर्माण में 3.50 से 4 लाख क्यूबिक मीटर पत्थर बिछाया जाना है. दरवाजों पर संगमरमर के पत्थर बिछाए जा रहे हैं. ये पत्थर मकराना से लाए जा रहे हैं. ये चट्टानें 2000 साल पुरानी हैं. मकराना के पत्थरों को तराशने का काम जिस फर्म को दिया गया है, वह एक मुस्लिम फर्म है.

ऐसे में अयोध्या राम मंदिर में सद्भाव की एक झलक पेश करने की कोशिश की जा रही है. राजस्थान के मकराना की एक फर्म ने मंदिर में इस्तेमाल किए गए कुछ पत्थरों को तराशा है. अब इन्हें मंदिर में स्थापित किया जाएगा. राम जन्मभूमि में चबूतरे और पवित्र स्थान समेत दीवार के रखरखाव का काम चल रहा है.

विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा का दावा है कि राजस्थान के मकराना में एक फर्म को 2007-2010 के बीच पत्थर तराशने का काम दिया गया था, जिसमें ज्यादातर कारीगर मुस्लिम हैं. राम मंदिर में कुल 14 द्वार बनाए जाने हैं.

वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ खेतर ट्रस्ट ने गोंडा के बहराइच और मनकापुर से तिल, सागौन और सखो की लकड़ी के नमूने लिए हैं. मंदिर के दरवाजे और किनारे संगमरमर के बने होंगे, नर्तिया मंडप और रंग-बिरंगे मंडप में लकड़ी का प्रयोग होगा.

उनमें से कुछ 2007 और 2010 के बीच मुस्लिम कारीगरों द्वारा बनाए गए थे और अयोध्या में रखे गए हैं. इनका उपयोग राम मंदिर निर्माण में किया जाएगा.

गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि पर लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बाबरी मस्जिद स्थल पर राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है और इस शानदार इमारत में मुस्लिम कारीगरों की कला भी रखी जा रही है.