विधानसभा चुनाव परिणामः कौन बचाएगा तख्त, किसकी जलेगी लंका, फैसला आज

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
विधानसभा चुनाव परिणामः कौन बचाएगा तख्त, किसकी जलेगी लंका, फैसला आज
विधानसभा चुनाव परिणामः कौन बचाएगा तख्त, किसकी जलेगी लंका, फैसला आज

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
 
कोरोना की सुनामी और लाशों के अंबार के बीच आज चार राज्यों असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव परिणाम आने वाले हैं. आज तय होना है कि अपने प्रदेश में कौन सी पार्टी सत्ता बचाने में कामयाब रही और किस पार्टी को किस प्रदेश में बढ़त मिली.
 
वैसे, उम्मीद की जा रही है कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद इस चुनाव में भाजपा को बढ़त मिलेगी. तमाम एग्जिट पोल्स भी यही संकेत दे रहे हैं.
 
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मतदान का कार्य सुबह से ही शुरू हो गया है, पर  चुनाव आयोग एवं सुप्रीम कोर्ट के कई तरह के सख्त आदेशों के कारण तमाम परिणाम आने में देरी हो सकती है. सख्त निर्देशों के कारण ही पार्टियां और उम्मीदवार विजय जुलूस नहीं निकाल सकेंगे. न ही मतगणना केंद्रों पर भीड़ लगेगी. पश्चिमी बंगाल में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए कोलकाता के अधिकांश हिस्सों में लाॅक डाउन लगा दिया गया है.
 
चुनाव आयोग की तरफ से सभी चार राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश में मतगणना के सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं. केंद्रों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई.
 
चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के एग्जिट पोल बताते हैं कि तमिलनाडु में डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन को स्पष्ट जीत मिल सकती है, जबकि केरल में एलडीएफ सत्ता बरकरार रख सकती है. असम में भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन भी दूसरी बार सत्ता में आ सकता है.
 
बंगाल में कई सर्वेक्षणों में कांटे की टक्कर दिखाई गई है. इसके बावजूद भाजपा यहां फायदे में रहेगी. इससे किसी को इनकार नहीं. पुडुचेरी में, एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की गई है. बंगाल में सबसे अधिक 294 सीटें हैं.
 
इस सूबे में आठ चरणों में हुए चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, भाजपा के बीच भयंकर प्रतियोगिता देखेगी गई. संयुक्त मोर्चा में कांग्रेस, वाम दल और आईएसएफ ने  कई सीटों पर दोनों पार्टियों को परेशान किया. 
 
बंगाल चुनावों के अंतिम दो चरणों में देश में कोरोनोवायरस के मामलों में अचानक वृद्धि से प्रचार अभियान पर असर देखा गया, जिससे उम्मीद की जा रही है कि भाजपा को सत्ता तक पहुंचने में रोकावट आ सकती है. इससे पहले के चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने पूरी शक्ति झांेक दी थी. बाद में बढ़ते कोरोना मामलों के कारण पार्टियों को रैली करने से पीछे हटना पड़ा.
 
कई टीएमसी नेता चुनाव में भाजपा में शामिल हुए हैं. उनमें ममता बनर्जी के करीबी रहे पूर्व मंत्री सुवेंदु अधकारी भी हैं. ममता ने उनके खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है. केरल में, एग्जिट पोल संकेत दे रहे हैं कसत्तारूढ़ एलडीएफ फिर से निर्वाचित होकर इतिहास रचेगा, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के नेताओं ने इन सर्वेक्षणों को खारिज कर दिया है.
 
चुनावी सर्वेक्षणों की मानें तो मेट्रो मैन को आगे रखकर चुनाव लड़नके बावजूद भाजपा को केरल में खास सफलता मिलती नहीं दिख रही. असम में, भाजपा 2016 के चुनावों में शानदार जीत के बाद दूसरा कार्यकाल चाह रही है. इसने यहां तरुण गोगोई के नेतृत्व वाले कांग्रेस के 15 साल के शासन को समाप्त किया था.
 
इस बार चुनाव में इसे यहां जबर्दस्त टक्कर मिली. यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के बीच है. भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में असोम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) भी शामिल हैं.कांग्रेस ने महाजोत नाम के एक व्यापक गठजोड़ की स्थापना की, जिसमें ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, आंचलिक गण शामिल हैं.
 
जेल में बंद कार्यकर्ता अखिल गोगोई के रायजोर दल ने असम जाति परिषद के साथ गठबंधन किया है. भाजपा ने पिछले पांच वर्षों में राज्य में सर्बानंद सोनोवाल सरकार के प्रदर्शन, केंद्र सरकार की पहल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर वोट मांगे हैं.
 
तमिलनाडु में इस बार विधानसभा चुनाव दो प्रमुख नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों जे जयललिता और एम करुणानिधि की अनुपस्थिति में हुआ है. 6 अप्रैल को मतदान के दौरान 3,998 उम्मीदवारों के भाग्य को सील कर दिया गया था. इस राज्य में 234 निर्वाचन क्षेत्र हैं.
 
पुडुचेरी : 3 चरणों की होगी मतगणना, रात 11 बजे तक अंतिम परिणाम की उम्मीद

 भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने पुडुचेरी में मतगणना के लिए विस्तृत व्यवस्था की है, जहां 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव हुए थे मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी और तीन चरणों में आयोजित की जाएगी.
 
ईसीआई केंद्र शासित प्रदेश के 30 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए राउंड के हिसाब से रुझानों को हर कुछ मिनटों में अपडेट करेगा। चुनावी परिणाम चुनाव आयोग की वेबसाइट रिजल्ट्स डॉट ईसीआई डॉट जीओवी डॉट इन पर घोषित किए जाएंगे.
 
चुनावी परिणामों को मोबाइल एप्लिकेशन वोटर हेल्पलाइन के माध्यम से भी एक्सेस किया जा सकता है. डाक मतों (पोस्ट वोट्स) की गिनती पहले की जाएगी, उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से डाले गए वोटों की गिनती होगी। मतगणना तीन चरणों में होगी। प्रथम चरण में 12 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण में 10 और तीसरे चरण में शेष आठ क्षेत्रों की मतगणना होगी.
 
केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शूरबीर सिंह ने कहा कि प्रक्रिया रात 11 बजे तक पूरी होने की उम्मीद है.पुडुचेरी में मुख्य चुनावी लड़ाई अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस (एआईएमआरसी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले सेक्युलर प्रगतिशील गठबंधन के बीच है.
 
एग्जिट पोल में राजग के जीतने की भविष्यवाणी की गई है, जो 30 सदस्यीय पुडुचेरी विधानसभा में 22 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है.