बटाद्रवा पुलिस स्टेशन पर हमले में इस्लामिक आतंकी समूह की संलिप्तता की जांच करेगी असम पुलिस
आवाज द वाॅयस /गुवाहाटी
असम पुलिस शनिवार को मध्य असम के नागांव जिले के बटाद्रवा पुलिस स्टेशन में भीड़ के हमले में इस्लामिक आतंकी मॉड्यूल की संलिप्तता के कोण की जांच करेगी.
असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने रविवार को कहा कि पुलिस ने असम और त्रिपुरा और मध्य प्रदेश में अंसारुल बांग्ला टीम (एबीटी) और अल-कायदा भारतीय उपमहाद्वीप की एक टीम का भंडाफोड़ किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली है कि इस्लामी आतंकवादी समूह इस क्षेत्र (बताद्रवा, ढिंग) में भी कुछ लोगों को जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. हमें यह जानकारी भीड़ के हमले की घटना से पहले मिली है.
बांग्लादेश सरकार ने एबीटी पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद अंसार-उल-इस्लाम के रूप में संगठन का नाम बदल दिया गया है. वे असम में अपना आधार स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं जो पहले ही साबित हो चुका है.
रविवार को बटाद्रवा में घटना स्थल का दौरा करते हुए, असम के डीजीपी ने कहा कि वे (अंसारुल बांग्ला टीम) राज्य की कई मस्जिदों और मदरसों में पैठ बना ली है.
उन्होंने कहा ‘‘हमने उन्हें राज्य के सामान्य मुसलमानों से कोई समर्थन नहीं देखा है. लेकिन एबीटी कुछ लोगों को जुटाने और एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और स्लीपर सेल बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि विदेशों से मुजाहिद आसानी से हमारे देश में प्रवेश कर सकें.
असम के डीजीपी ने आगे कहा, ‘राज्य पुलिस को सूचना मिली है कि नगांव जिले के कई जगहों पर उनकी (एबीटी) गतिविधियां चल रही हैं.उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ के हमले की घटना की प्रारंभिक जांच शुरू हो गई है और विभिन्न वीडियो से यह पता चला है कि तैयारी के तत्व हैं और एबीटी मॉड्यूल की गतिविधियां भी पाई गई हैं.
महंत ने कहा, ‘‘हम मामले की जांच करेंगे. हम पूरी घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करेंगे.‘‘एक कथित हिरासत में मौत के बाद, भीड़ ने शनिवार को बटाद्रवा पुलिस स्टेशन पर हमला किया और पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.