कश्मीर. हिंदू-मुस्लिम एकता कश्मीर में बुधवार को फिर देखने को मिला. श्रीनगर में मुसलमानों ने एक बुजुर्ग पंडित का अंतिम संस्कार कराया. राकेश कुमार शर्मा उर्फ लालाजी श्रीनगर के मैस्म क्षेत्र में रहते थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि लालजी ने तब घाटी छोड़ने से इनकार कर दिया था, जब आतंकवादियों के दबाव में बड़ी संख्या में पंडित बिरादरी के लोग घाटी छोड़ रहे थे.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी मौत उनके लिए सदमा है, क्योंकि सभी से उनके बहुत अच्छे संबंध थे.उनकी मृत्यु की खबर मिलने पर स्थानीय महिलाएं उनके घर पहुंच गईं. लालाजी के परिवार की महिलाओं के प्रति संवेदना व्यक्त की. मुहल्ले के पुरूषों ने कंधा देकर उन्हें अंतिम संस्कार कराने को शमशान पहुंचाया.
24जनवरी को भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी. जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के बीच मुस्लिम पड़ोसियों ने एक अन्य पंडित के शव को अपने कंधों पर उठा कर अंतिम संस्कार कराया था. यह घटना शोपियां की थी.ताजी घटना ने एक बार फिर साबित किया कि कश्मीर मेंसांप्रदायिक सौहार्द की दीवार मजबूत हो रही है.