आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ समारोह के हिस्से के रूप में आज राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करेंगे.
एनटीआरआई एक प्रमुख राष्ट्रीय स्तर का संस्थान होगा और शैक्षणिक, कार्यकारी और विधायी क्षेत्रों में जनजातीय चिंताओं, मुद्दों और मामलों का प्रमुख केंद्र बनेगा. यह प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों और संगठनों के साथ शैक्षणिक निकायों और संसाधन केंद्रों के साथ सहयोग और नेटवर्क करेगा.
यह जनजातीय अनुसंधान संस्थानों (टीआरआई), उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई), और एनएफएस के शोध विद्वानों की परियोजनाओं की निगरानी करेगा. अनुसंधान और प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के लिए मानदंड स्थापित करेगा.
इसकी अन्य गतिविधियां जनजातीय मामलों के मंत्रालय के साथ राज्य कल्याण विभागों, डिजाइन अध्ययनों और कार्यक्रमों को नीतिगत इनपुट प्रदान करना होगा जो जनजातीय जीवन शैली के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं में सुधार या समर्थन करते है.
जनजातीय मामलों के मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि जनजातीय संग्रहालयों का संचालन और भारत की समृद्ध जनजातीय सांस्कृतिक विरासत को एक छतरी के नीचे प्रदर्शित करना, इसका उद्देश्य है.
जनजातीय मामलों के मंत्री, अर्जुन मुंडा, अन्य कैबिनेट और राज्य मंत्री, कानून और न्याय मंत्री, किरेन रिजिजू, जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता, जनजातीय मामलों के राज्यमंत्री बिश्वेश्वर टुडू, अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला और ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.