सेराज अनवर / पटना
कोरोना वायरस की दूसरी लहर वाकई काफी खतरनाक है. इसका भयानक रूप बिहार में भी देखने को मिल रहा है. शनिवार को इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी कोविड-19 के शिकार हो गये.हालांकि, 18 मार्च को उन्होंने इस घातक बीमारी से बचाव के लिए आईजीआईएमएस में जाकर कोरोना का पहला डोज लिया था. उनकी नमाज-ए-जनाजा कल मुंगेर में होगी.
उनके छोटे बेटे फहद रहमानी ने बताया कि अमीर-ए-शरीयत की तबियत लगातार बिगड़ती गयी. वैक्सीन सूट नहीं किया. उनकी उम्र भी काफी थी. हालांकि, बीमार पड़ने से पहले वली रहमानी चुस्त-दुरुस्त थे. शुरू में जांच रिपोर्ट में कोविड निगेटिव पाया गया. मगर बाद में वो पॉजिटिव हो गये.
अमीर-ए-शरीयत मौलाना मोहम्मद वली के शव को ले जाती एंबुलैंस
बेटे फहद ने गुरुवार को आवाज द वॉयस को बड़ी नाउम्मीदी के साथ कहा था कोविड ने जो काम करना था कर दिया. हालांकि, वली रहमानी का बुखार उस दिन नॉर्मल था. उस पर ही फहद ने कहा था कि ऐसे भी दस दिनों के बाद बुखार खत्म हो जाता है. मगर इस दौरान वह अपना काम कर जाता है. जो अंदेशा था आख्रिार वही हुआ.
जब उनकी तबियत अधिक बिगड़ गयी, तो उन्हें नामी-गिरामी पारस अस्पताल में दाखिल कराया गया. अमीर-ए-शरीयत को 24 मार्च को अस्पताल के कोविड वार्ड में ऑक्सीजन पर रखा गया था. उनकी तबियत में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा था. सिर्फ दुआ ही एक उम्मीद थी. जुमा की नमाज में उनकी सेहत के लिये विशेष दुआ का एहतेमाम किया गया था. मगर अल्लाह को जो मंजूर था वही हुआ.