अमीन पठान चौथी बार अजमेर दरगाह समिति के अध्यक्ष चुने गए

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 16-06-2021
चौथी बार मिली सफलता
चौथी बार मिली सफलता

 

आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, गरीब नवाज दरगाह समिति प्रबंधन का वार्षिक चुनाव मंगलवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के अवर सचिव नदीम खान की उपस्थिति में केंद्रीय वक्फ परिषद, साकित, नई दिल्ली के कार्यालय में हुआ. दरगाह समिति ने एक बार फिर सर्वसम्मति से अमीन पठान को अध्यक्ष पद के लिए चुना है, जबकि समिति ने उपाध्यक्ष पद के लिए मुनव्वर खान को चुना गया है.

दरगाह कमेटी के सभी सदस्यों ने दोनों पदाधिकारियों को गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी. इस अवसर पर दरगाह कमेटी के सदस्य फारूक आजम, कासिम मलिक, सैयद शाहिद हुसैन रिजवी, सैयद बाबर अशरफ, शफात खान, वसीम राहत अली और जावेद पारिख उपस्थित थे. बैठक में अशफाक हुसैन सचिव, नाजिम और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में उपस्थित थे.

अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने दरगाह कमेटी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने गए अमीन पठान और मुनव्वर खान को बधाई दी है.

नकवी ने उम्मीद जताई कि दरगाह कमेटी जिस तरह से अब तक करती रही है, उसी तरह से काम करेगी और तीर्थयात्रियों के विकास और दरगाह के विकास के नए आयाम लिखे जाएंगे.

दरगाह कमेटी के मुंबई निवासी मिस्बाह-उल-इस्लाम का 29 अप्रैल को बीमारी के चलते निधन हो गया था. इस मौके पर दरगाह कमेटी की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.

पठान ने कहा कि मिस्बाह-उल-इस्लाम दरगाह समिति के सक्रिय सदस्यों में से एक थे. उनके प्रयासों से राष्ट्रीय अल्पसंख्यक वित्त विकास के सीएसआर के सहयोग से ख्वाजा मॉडल स्कूल में एक कंप्यूटर लैब और एक गृह विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की गई. प्रस्तावित कलाम पुस्तकालय भी उनका प्रयास था.

मिस्बाह-उल-इस्लाम की मृत्यु के बाद, दरगाह समिति के सदस्य का पद रिक्त था. इस संबंध में, 14 जून, 2021 को जावेद पारिख, संयुक्त का नाम सचिव, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय, प्रस्तावित किया गया था. उनकी पहली मुलाकात में पारिख के सभी सदस्यों ने उनका स्वागत किया और गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी.

गौरतलब है कि पिछली कमेटी के दौरान भी पारिख दरगाह कमेटी के सक्रिय सदस्य रहे थे, इस बार भी उनके दृढ़ संकल्प और काम करने की क्षमता को देखते हुए ख्वाजा साहब ने उन्हें मौका दिया है.

पिछले तीन वर्षों से अमीन पठान का फिर से अध्यक्ष बनना उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों और सकारात्मक सोच का उपहार है, जिसने उन्हें एक बार फिर ख्वाजा साहिब के दरबार की जिम्मेदारी दी है.

पठान ने जहां सोलह खंभों वाले शौचालय बनवाए और अपने काम को सुनहरे शब्दों में दर्ज किया, वहीं संहिता के दौरान किए गए कार्यों में उनके प्रयास किसी से छिपे नहीं हैं.

आज की बैठक में नाजिम अशफाक हुसैन ने साल 2021-22 के लिए करीब 10 करोड़ रुपये का सालाना बजट पेश किया. बजट पर आय के स्रोतों पर चर्चा करते हुए, आगंतुकों की सुविधा और विकास को बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को लाभान्वित करने के प्रस्ताव पर योजना बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक दूसरे दिन भी जारी रहेगी जिसमें मंदिर के प्रबंधन और विकास पर चर्चा होगी.