अमेरिकी विशेषज्ञ बोले- अगले महीने भारत में कोरोना की आंधी, पर गंभीरता होगी कम

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 08-01-2022
 अगले महीने भारत में कोरोना की आंधी, पर गंभीरता होगी कम
अगले महीने भारत में कोरोना की आंधी, पर गंभीरता होगी कम

 

शालिनी भारद्वाज /वाशिंगटन 
 
भारत में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. देखते ही देखते मरीजों की संख्या प्रतिदिन डेढ़ लाख के करीब पहुंच गई है.इस बीच अमेरिका के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक और चेतावनी दे डाली.
 
कहा कि भारत में अगले महीने कोविड​​​-19 मामलों की संख्या में चरम गुणा इजाफा हो जाएगा. प्रतिदिन पांच लाख मामले रिपोर्ट किए जाने की उम्मीद है.
 
एक यूएस-आधारित स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा, हालांकि ‘‘ भारत में इस बार वेरिएंट की गंभीरता डेल्टा वेरियंट के मुकाबले कम है.‘‘ इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के निदेशक और वाशिंगटन विश्वविद्यालय में हेल्थ मेट्रिक्स साइंसेज के अध्यक्ष डॉ क्रिस्टोफर मरे ने कहा, ‘‘आप ओमिक्राॅन लहर में प्रवेश कर रहे हैं.
 
दुनिया भर के कई देश में इसकी लहर चल रही है. उम्मीद करते हैं कि डेल्टा लहर के मददेनजर पिछले साल अप्रैल के मुकाबले प्रतिदिन अधिक मामले होंगे, लेकिन ओमिक्राॅन बहुत कम गंभीर है. आपके पास कई मामले होंगे और शायद मामलों के  रिकॉर्ड स्थापित हों. यह बीमारी की गंभीरता पर प्रभाव से कम होना चाहिए.
 
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे पास मॉडल हैं जिन्हें हम बाद में जारी करेंगे. उम्मीद करते हैं कि अगले महीने लगभग पांच लाख मामले आने चाहिए.‘‘
 
जैसा कि भारत में कई विशेषज्ञ कहते हैं कि देश में हाइब्रिड इम्युनिटी है, जिसकी वजह से ओमिक्राॅन कम प्रभावी होगा, डॉ मरे ने कहा, ‘‘हम दक्षिण अफ्रीका जैसी जगह से सीखाना चाहिए, जहां डेल्टा के साथ पूर्व संक्रमण की लहर है.
 
टीकाकरण की खुराक अस्पताल में भर्ती होने और गंभीर बीमारी से मृत्यु से काफी सुरक्षा प्रदान करती है. यही वजह है कि हमें लगता है कि भारत में ओमिक्राॅन के कई मामले होंगे, लेकिन डेल्टा लहर की तुलना में बहुत कम अस्पताल में भर्ती और मृत्यु होगी. ‘‘
 
अस्पताल में भर्ती होने की संख्या और विविधता के कारण गंभीरता के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि 85.2 प्रतिशत संक्रमणों में कोई लक्षण नहीं होगा.
 
वे स्पर्शोन्मुख होंगे, लेकिन मामलों में, हम अभी भी उनमें से काफी संख्या में समाप्त होने की उम्मीद करते हैं. अस्पतालों में और मृत्यु के मामले बहुत कम हांेगे. उम्मीद की जा रही है कि भारत में अस्पतालों में भर्ती मरीजों के संख्या डेल्टा लहर के मुकाबले एक चैथाई होगी. मृत्यु भी कम होनी चाहिए.‘‘
 
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, ओमिक्राॅन के आगे प्रसार से अन्य उत्परिवर्तन हो सकते हैं. इसके बारे में बात करते हुए डॉ मरे ने कहा, ‘‘म्यूटेशन के बारे में बात यह है कि वे यादृच्छिक हैं. इसलिए, जितना अधिक संचरण होगा,
 
उत्परिवर्तन होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी. अगले एक या दो महीने में ओमिक्राॅन से मिलने के लिए एक नए संस्करण के लिए बहुत मुश्किल होगा क्योंकि यह इतना पारगम्य है.‘‘डॉ क्रिस्टोफर मरे ने फ्रांस में कई उत्परिवर्तन के साथ नए संस्करण के बारे में बात की.