फैजान खान / आगरा
देश में आए कोरोना तूफान को देखते हुए ताजमहल सहित देश के तमाम राष्ट्रीय स्मारक आज से बंद कर दिए गए हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना महामारी के चलते वारणासी में पर्यटकों को नहीं आने की अपील की है. इस बीच आज रमजान का पहला जुमा है.
कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी गई है. आम नमाजियों की जगह मस्जिदों में केवल पांच लोग ही नमाज पढ़ सकेंगे. जबकि रमजान में जुमे की नमाज में मस्जिदें खचा-खच भरी होती हैं.
बहरहाल, ताजमहल का दीदार करने की इच्छा रखने वालों के लिए अच्छी खबर नहीं है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते भारत के संस्कृति मंत्रालय ने ताजमहल को 15 मई तक बंद रखने का फैसला लिया है. यह बंदी सिर्फ ताजमहल तक सीमित नहीं, बल्कि अन्य स्मारक भी शामिल होंगे. इस आदेश के बाद से मुहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने वाले सैलानियों में मायूसी है.
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का आदेश दिया है.
इस संबंध में केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ट्वीट किया,‘‘ कोरोना महामारी के वर्तमान प्रकोप को देखते हुए संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बीच ताजमहल सहित अन्य स्मारकों को 2020 में छह माह के लिए बंद कर दिया गया था. इसके बाद दोबारा 20 सितंबर को खोला गया. दोबारा कोरोना की स्थिति बिगड़ते देख संस्कृति मंत्रालय ने ताजमहल को बंद करने का फैसला लिया है.
खास तौर पर इन्हें किया गया है बंद
आपको बता दें कि ताजमहल के अलावा आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, सिकंदरा, महताब बाग समेत स्मारकों पर फिर से ताले लग जाएंगे. देश के प्रमुख स्मारकों में कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, अजंता एलोरा की गुफाओं समेत 200 से ज्यादा ऐतिहासिक स्मारकों, पुरातत्व स्थलों और संग्रहालयों को भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
इस आदेश के कारण देशभर मे 3693 स्मारक और 50 म्यूजिय आगामी 15 मई तक रहेंगे.