आवाज द वाॅयस /गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
89 वें भारतीय वायु सेना दिवस पर भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चैधरी ने चीन-पाकिस्तान का नाम लिए बगैर चेताया कि बाहरी ताकतों का उल्लंघन कतई सहन नहीं. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के नजरिए ये महत्वपूर्ण समय है.
वायु सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘ आज मैं जिस सुरक्षा परिदृश्य का सामना कर रहा हूं, उसे देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने एक महत्वपूर्ण समय पर कमान संभाली है. हमें राष्ट्र को दिखाना है कि बाहरी ताकतों को हमारे क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा.‘‘
गौरतलब है कि श्री चैधरी का यह बयान ऐसे समय आया जब हिमचाल में चीनी सेना ने एलएसी लांघन ने की कोशिश की और तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान से आतंकवादियों के घुसपैठ का खतरा बढ़ गया है. जम्मू कश्मीर में इसका असर भी दिखने लगा है. पिछले तीन दिनों में एक चर्चित दवा व्यापारी और एक स्कूल प्रिंसिपल सहित सात लोगों की हत्या आतंकवादी दिन दहाड़े कर चुके हैं.
एयर मार्शल चैधरी ने चीन-पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा,‘‘पूर्वी लद्दाख में विकास के जवाब में त्वरित कार्रवाई भारतीय वायु सेना की युद्ध तत्परता का वसीयतनामा है. हमारे क्षेत्र और उसके बाहर सुरक्षा वातावरण पर प्रभाव पड़ा है.‘‘
गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर आयोजित 89वें भारतीय वायु सेना दिवस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे मौजूद थे.
इस मौके पर सेना प्रमुख चैधरी ने अधिकारियों को वायु सेना पदक - वीरता प्रदान की. कार्यक्रम के दौरान हवाई प्रदर्शन की शुरुआत प्रसिद्ध आकाश गंगा टीम के ध्वजवाहक स्काईडाइवरों के साथ हुई, जिन्होंने एएन-32 विमान को रंगीन छत्रों में गिरा दिया.
एयर फोर्स की स्थापना 8अक्टूबर, 1932को अविभाजित भारत में हुई थी, जो औपनिवेशिक शासन के अधीन था.