राजीव रियाज को कार्यक्रम में न बुलाने पर AIMIM ने उठाए सवाल, दिल्ली उर्दू अकादमी ने फैसला लिया वापस

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 19-07-2022
राजीव रियाज को कार्यक्रम में न बुलाने पर एआईएमआईएम ने उठाए सवाल, दिल्ली उर्दू अकादमी ने फैसला लिया वापस
राजीव रियाज को कार्यक्रम में न बुलाने पर एआईएमआईएम ने उठाए सवाल, दिल्ली उर्दू अकादमी ने फैसला लिया वापस

 

आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
 
आखिरकार विवाद के बाद  दिल्ली उर्दू अकादमी ने दलित कवि राजीव रियाज को नए चिराग कार्यक्रम में आमंत्रित कर ही लिया. विवाद के बाद दिल्ली उर्दू अकादमी ने अपना फैसला बदल लिया है और उन्हें भी कवियों की सूची में शामिल कर लिया है. 

अकादमी के उपाध्यक्ष ताज मुहम्मद ने सफाई में कहा कि सूची से बाहर रहने वालों को शामिल कर लिया गया है. दिल्ली उर्दू अकादमी उर्दू के प्रचार के लिए काम करती है. जाति और धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं करती.
 
इससे पहले दिल्ली में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहाद मुस्लिम के अध्यक्ष कलीम हफीज ने दिल्ली उर्दू अकादमी की कड़ी आलोचना की. कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा उर्दू अकादमी को पहले ही विनाश के कगार पर ला दिया गया है.
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अकादमी उर्दू के प्रचार के लिए ठीक से काम नहीं कर रही है. अकादमिक क्षेत्र में अहंकार बढ़ रहा है. कलीम हफीज ने कहा कि उर्दू अकादमी ने मशहूर शायर राजीव रियाज को नए और पुराने चिराग कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया. यह शर्मनाक और जाति आधारित भेदभाव के अलावा और कुछ नहीं.
 
कलीम हफीज ने कहा कि दिल्ली उर्दू अकादमी का कार्यक्रम दिल्ली के सभी कवियों को शामिल करने और उर्दू भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है.
 
इसीलिए इस कार्यक्रम में हर बड़ा-छोटा कवि भाग लेता है. इस बार मुजफ्फरनगर, बदायूं, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश से लेकर लंदन तक के कवि शामिल हो रहे हैं, लेकिन दिल्ली के वर्तमान कवि राजीव रियाज का नाम सूची में शामिल नहीं किया गया.
 
एआईएमआईएम के प्रांतीय अध्यक्ष कलीम हफीज ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मेरा सवाल है कि राजीव रियाज को इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि वह दलित हैं ?
 
उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित न करने के पीछे क्या कारण हैं? क्या कारण है कि आम आदमी पार्टी से लेकर समाजवादी पार्टी तक के कवि कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं और मजलिस इत्तिहाद-उल-मुस्लिमिन सचिव राजीव रियाज को उर्दू अकादमी और अकादमी को पंगु बनाने के लिए दंडित किया जा रहा है ?
 
कलीम हफीज ने कहा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल राजनीतिक नफरत के दिमाग से काम कर रहे हैं. हालांकि लेखक और कवि देश की संपत्ति हैं.
 
फिर चाहे वे किसी भी पार्टी के हों. उनके बारे में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. कलीम हफीज ने कहा कि राजीव रियाज ने न केवल नए और पुराने चिराग  अतीत में कविताओं का पाठ किया है, बल्कि स्वतंत्रता दिवस जैसे प्रमुख कार्यक्रमों में अपने भाषण का पाठ भी किया है.
 
कलीम हफीज ने कहा कि अकादमी में काम करने वाली पूनम सिंह ने राजीव रियाज की जाति के बारे में पूछा, क्या यही वजह है कि उन्हें बाहर कर दिया गया? दिल्ली मजलिस अध्यक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली उर्दू अकादमी को बर्बाद कर दिया है.
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आज स्थिति यह है कि 44 स्थायी कर्मचारियों की जगह आधा दर्जन कर्मचारी ही स्थायी हैं. कलीम हफीज ने कहा कि आज अकादमी में अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर उपाध्यक्ष हाजी ताज मुहम्मद तक सचिव समेत स्टाफ अधिकारी उर्दू नहीं बोल पा रहे हैं. ऐसे में उर्दू के प्रचार और किसी अच्छी चीज की उम्मीद करना बेकार है
 
अपने ट्वीट में कवि ने कहा कि वह इससे पहले नए पुराने चिराग कार्यक्रम के साथ लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी शामिल हुए थे. वर्तमान चिराग कार्यक्रम में दिल्ली के साथ विभिन्न राज्यों के कवियों को शामिल किया जा रहा है, लेकिन मेरा नाम सूची में नहीं है.