आवाज द वॉयस नई दिल्ली
भारतीय सशस्त्र बलों में नई भर्ती नीति के खिलाफ चल रहे विरोध के हिस्से के रूप में, कुछ संगठनों द्वारा आज (20 जून) भारत बंद का आह्वान किया गया है. पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शनों ने सरकारी सुविधाओं, रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों और बसों के साथ अन्य सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है.
देश में विरोध कर रहे युवाओं को संबोधित करते हुए और नई अग्नि पथ योजना के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए, रक्षा मंत्रालय ने रविवार को नीति का विवरण समझाया, पर किसी भी तरह से योजना को वापस लेने से इनकार कर दिया.
सेना, नौसेना और वायु सेना ने नई नीति के तहत भर्ती के लिए एक व्यापक कार्यक्रम विकसित किया है, जिसमें जोर दिया गया है कि तीनों सेवाओं की आयु प्रोफाइल को कम करने का यही एकमात्र तरीका है.
सैन्य मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने एक त्रिपक्षीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि योजना के खिलाफ विरोध, आगजनी और तोड़फोड़ में शामिल कोई भी व्यक्ति नए मॉडल के तहत तीनों सेवाओं में शामिल होने के लिए पात्र नहीं होगा.
अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में अग्नि पथ भर्ती योजना के खिलाफ आहूत हड़ताल के मद्देनजर सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे. उन्होंने कहा कि नौवीं और ग्यारहवीं कक्षाओं की चल रही परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने रविवार को बताया कि कुछ संगठनों द्वारा आहूत हड़ताल को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि सोमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे.
उन्होंने कहा, हम नहीं चाहते कि स्कूली बच्चों, खासकर बस से यात्रा करने वाले बच्चों को किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े. हमने बिहार में देखा है कि बस में आग लगने के कारण छात्रों को मजबूरन बस से उतरना पड़ा. उन्होंने कहा कि स्थगित परीक्षाओं की नई तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी.
जयपुर पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त अजय पाल लांबा ने रविवार शाम छह बजे से 18 अगस्त की मध्यरात्रि तक आपराधिक संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए.
उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन से कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है. लांबा ने कहा कि बिना पूर्व अनुमति के सभी तरह की रैलियां, धरना, प्रदर्शन और जनसभाओं पर प्रतिबंध रहेगा.
पंजाब के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने सभी सीपी और एसएसपी को 20 जून को अग्नि पथ योजना और भारत बंद के आह्वान के विरोध से निपटने का निर्देश दिया है. उन्होंने अधिकारियों से सोशल मीडिया समूहों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा जो योजना के बारे में भड़काऊ जानकारी जुटा रहे हैं या प्रसारित कर रहे हैं.
कांग्रेस का कहना है कि लाखों पार्टी कार्यकर्ता सोमवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे. कांग्रेस ने कहा कि देश भर में लाखों पार्टी कार्यकर्ता सोमवार को युवा विरोधी अग्नि पथ योजना और राहुल गांधी को निशाना बनाने में मोदी सरकार की प्रतिशोध की नीति के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करेंग.
उधर,केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने प्रदर्शनकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि अगर उन्हें यह पसंद नहीं है तो उन्हें नई भर्ती नीति का विकल्प नहीं चुनना चाहिए.
महाराष्ट्र के नागपुर में एक समारोह में पत्रकारों से बात करते हुए, सिंह ने कहा कि भारतीय सेना सैनिकों की भर्ती नहीं करती है और इच्छुक स्वेच्छा से शामिल हो सकते हैं.उन्होंने कहा कि सेना में शामिल होना स्वैच्छिक है न कि मजबूरी.
अगर कोई इसमें शामिल होना चाहता है तो वह अपनी मर्जी से शामिल हो सकता है हम सैनिकों की भर्ती नहीं करते हैं. लेकिन अगर आपको यह भर्ती योजना पसंद नहीं है तो यह आपकी पसंद है.
आने को कौन कह रहा है तुम बस और ट्रेन जला रहे हो, तुमसे किसने कहा था कि तुम सेना में भर्ती हो जाओगे? पात्रता मानदंडों को पूरा करने पर ही आपका चयन किया जाएगा.
पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने अग्नि पथ योजना के खिलाफ पार्टी नेता प्रियंका गांधी के बयान पर कांग्रेस की खिंचाई की.