राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-इस्लामाबाद
भारत-पाकिस्तान के अभागे विभाजन ने हजारों की जान ली, तो हजारों बच्चों को अपने परिवार से जुदा कर दिया. सोषल मीडिया के दौर में अब उनके पुनर्मिलन की खबरें आने लगी हैं. ऐसे ही एक वाकये में, जालंधर के एक सिख व्यक्ति को 75 साल के लंबे समय के बाद पता चला कि उसका मूल परिवार पाकिस्तान में था और वो मुसलमान था.
कश्मीर मीडिया सेवा के अनुसार अमरजीत सिंह भारतीय पंजाब के जालंधर के पास नूरमहल इलाके का रहने वाले हैं. उन्होंने करतारपुर गुरुद्वारे में अपनी बहन कुलसुम अख्तर के साथ अश्रुपूर्ण मुलाकात की. एक पाकिस्तानी पत्रकार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर व्हीलचेयर से बंधे अमरजीत सिंह का अपनी बहन से मिलने का वीडियो साझा किया.
रिपोर्टों के अनुसार, कुलसुम ने कथित तौर पर मीडिया को बताया कि वह विभाजन के बाद पाकिस्तान में पैदा हुई थी और उसकी माँ अक्सर उसे बताती थी कि जालंधर के पबवान गाँव में उसका एक बड़ा भाई और एक बहन है, जिन्हें वह पाकिस्तान नहीं ला सकीं.
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पिता के दोस्त दारा सिंह से इसका जिक्र किया, जो भारतीय पंजाब जाने की योजना बना रह थे. उन्होंने उन्हें अपना पता दिया और उसके भाई का पता लगाने और उसके संपर्क की व्यवस्था करने का आग्रह किया.
कुलसुम को बताया गया कि उसकी बड़ी बहन की मौत हो गई है. भावनात्मक पुनर्मिलन के बाद, अमरजीत सिंह ने मीडिया को बताया कि उनका पालन-पोषण गाँव में एक सिख परिवार ने किया था और उन्हें कभी नहीं पता चल पाया कि उनका मूल परिवार पाकिस्तान में था और वे मुसलमान थे.