टिकैत पर हमले के बाद नेशनल एक्सप्रेस वे पर धरना देकर बैठे किसान

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 03-04-2021
टिकैत पर हमले के बाद नेशनल एक्सप्रेस वे पर धरना देकर बैठे किसान
टिकैत पर हमले के बाद नेशनल एक्सप्रेस वे पर धरना देकर बैठे किसान

 

गाजीपुर बॉर्डर. राजस्थान में हुए भाकियू नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद किया, हालांकि इस दौरान किसानों ने प्रशासन से टिकैत की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए.

वहीं टिकैत की अपील के बाद करीब 1 घंटे से बंद पड़े हाइवे को किसानों द्वारा खोला गया. शुक्रवार शाम करीब चार बजे राजस्थान के अलवर जनपद स्थित ततारपुर चौराहे पर टिकैत पर हमला किया गया. भाकियू के अनुसार हमलावर कई गाडियों में सवार थे, इसके अलावा ततारपुर चौराहे पर भी भाजपा समर्थित कुछ लोग पहले से जमा थे.

किसानों को हमले की जानकारी मिलते ही उनके द्वारा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से आने वाली लेन को जाम कर दिया. शाम को दिल्ली से आने वाले वाहनों को काफी देर तक जाम में फंसे रहना पड़ा. भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि, "राकेश टिकैत के निर्देश पर किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का जाम खोल दिया.

करीब एक घंटे दिल्ली से आने वाले वाहनों के पहिए जाम रहे." वहीं दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर कुंडली मानेसर पेरिफेरल को भी जाम किया है जो अभी तक जारी है। घटना के विरोध में जेवर, भोजपुर में जाम किया गया. जाम को राकेश टिकैत की अपील पर खोला गया.

दरअसल राजस्थान में पहली पंचायत हरसौली में करने के बाद राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ बांसूर में दूसरी पंचायत में शामिल होने जा रहे थे. वहीं बांसूर से करीब 20 किमी पहले ततारपुर चौराहे पर पहले से जमा कुछ लोगों एसयूवी कारों में सवार होकर आए हमलावरों की मदद से राकेश टिकैत के काफिले पर पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया.

हालांकि समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों की तत्परता के चलते हमलावर राकेश टिकैत को चोट नहीं पहुंचा पाए, लेकिन एक भाकियू कार्यकर्ता अरविंद चोटिल हो गया. हमले के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत ने किसानों और मजदूरों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए हमले की कड़ी भर्त्सना की है.

उन्होंने कहा कि, " गुंडे यदि किसान पर हमला करेंगे तो भाजपा के विधायक और सांसद भी सड़कों पर नहीं निकलने दिए जाएंगे." इस बीच भारतीय किसान यूनियन के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई और हमलावरों की एसयूवी कार पुलिस के हवाले कर दी.