आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
जीवन में शिक्षा का सबसे अहम स्थान होता है. हर व्यक्ति का जीवन उसकी शिक्षा पर निर्भर होता है. जैसी शिक्षा व्यक्ति को दी जाएगी, उसका जीवन उसी अनुसार चलेगा. आज हम पूरे देश में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मना रहे हैं. हर साल 11 नवंबर को भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के उपलक्ष्य में इस दिन को मनाया जाता है. इसी कड़ी में ट्विटर पर आम से लेकर खास लोग और देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थान उन्हें सलामी दे रहें हैं.
आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री
मौलाना अबुल कलाम आजाद या मौलाना सैय्यद अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल-हुसैनी आजाद का जन्म 11 नवंबर, 1888 को हुआ था. मौलाना अबुल कलाम आजाद 1947 से 1958 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में पहले शिक्षा मंत्री थे. मौलाना अबुल कलाम आजाद न केवल एक विद्वान थे बल्कि शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे.
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 की थीम
इस बार राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 की थीम विषय "पाठ्यक्रम बदलना और शिक्षा को बदलना" है. शिक्षा मंत्रालय हर साल एक अलग फोकस क्षेत्र निर्धारित करता है.