किसान विरोध की ‘टूलकिट’ सरकार के खिलाफ साजिश थी, कोर्ट में पुलिस

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 14-02-2021
किसानों भड़काने के लिए योजनाबद्ध ढंग से ‘टूलकिट’ इस्तेमाल किया गया
किसानों भड़काने के लिए योजनाबद्ध ढंग से ‘टूलकिट’ इस्तेमाल किया गया

 

नई दिल्ली. दिल्ली की एक अदालत ने रविवार को किसानों के विरोध से संबंधित ‘टूलकिट’ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार 21 वर्षीया जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को पांच दिनों के लिए पुलिस की स्पेशल सेल की हिरासत में भेज दिया. दिशा को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बेंगलुरु के सोलादेवनाहल्ली इलाके से गिरफ्तार किया था. वह ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ कैम्पेन के संस्थापकों में से एक हैं और कथित रूप से ‘टूलकिट’ को संपादित किया और इसे सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड किया.

उसे पहले दिल्ली में पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. उसकी हिरासत की मांग करते हुए, दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा, “यह भारत सरकार के खिलाफ एक बड़ी साजिश है.”

आरोपी अदालत कक्ष में टूट गई और उसने ड्यूटी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट देव सरोहा को बताया कि उसने टूलकिट नहीं बनाया है, लेकिन केवल ‘3 फरवरी को दो को संपादित’ किया था.

दिल्ली पुलिस ने टूलकिट बनाने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए, 120-ए और 153-ए के तहत राजद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और समूहों के बीच घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में 4 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी. टूलकिट को अंतर्राष्ट्रीय जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी साझा किया था.

पुलिस के अनुसार, 26 जनवरी के आसपास किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई घटनाओं, जिसमें लालकिले के पास हिंसा भी शामिल है, इन सबका टूलकिट में विस्तृत रूप से ‘एक्शन प्लान’ के तौर पर जिक्र है.

पुलिस ने कहा कि इसे बनाने वालों की मंशा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के बीच असहमति पैदा करने और केंद्र सरकार के खिलाफ असहमति को प्रोत्साहित करना था और इसका उद्देश्य भारत के खिलाफ सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक युद्ध छेड़ना था.