नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ बैठक कर दिल्ली और दिलों की दूरी कम करने पर जोर दिया. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे.
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य का दर्जा बहाली का संसद में किया गया वादा आगे अनुकूल समय आने पर पूरा किया जाएगा, लेकिन इसके लिए पहले परिसीमन और शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया जरूरी है.
प्रधानमंत्री आवास पर सायं तीन बजे से शुरू हुई बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली. प्रधानमंत्री ने बैठक में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से पेश किए गए विचारों के लिए प्रशंसा की.
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विकास पर जोर दिया गया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने जोर देकर कहा कि डीडीसी चुनावों की तरफ शांतिपूर्वक विधानसभा चुनाव कराना प्राथमिकता है.
बैठक में चर्चा हुई कि परिसीमन के बाद शीघ्र विधानसभा चुनाव होंगे. बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने भी यही इच्छा जताई.
प्रधानमंत्री ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक भी मौत दुखद है. हमारी युवा पीढ़ी की रक्षा करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है.
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के फायदे के लिए राजनीतिक मतभेद के बावजूद राष्ट्रहित में काम करने पर जोर दिया. घाटी में समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी मुद्दा उठा.