आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
इलायची को प्राचीन काल से जाना जाता है. इसके उपचार गुणों और उत्कृष्ट पोषक तत्वों पर वर्षों से कई अध्ययन होते आए हैं.एक अध्ययन के अनुसार, इलायची का उपयोग न केवल चाय, कॉफी के स्वाद मंे बदलाव के लिए किया जाता है, एक महत्वपूर्ण मसाले के रूप में भी इस्तेमाल होता है. इसे अरब के कई व्यंजनों में शामिल किया जाता है, ताकि पकवान को खास स्वाद दिया जा सके.
इलायची में खनिज, लोहा और मैंगनीज होते हैं, जिनकी शरीर में बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है.शोध में इलायची के इस्तेमाल के कुछ फायदे बताए गए हैं.वैज्ञानिक शोध से पता चला कि इलायची में ऐसे यौगिक तत्व होते हैं जो कैंसर से लड़ने और उसके विकास को रोकने में कारगर साबित हुए हैं. खासकर पेट के कैंसर में.
इलायची सांस संबंधी समस्याओं में भी राहत देती है. कब्ज रोकने में इसका महत्व स्पष्ट है. इलायची में डाइटरी फाइबर होता है जो पाचन तंत्र के लिए बहुत मुफीद है.कई वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला कि इलायची मतली और उल्टी से राहत दिलाने में भी मददगार है. खासकर उन महिलाओं में जो सर्जरी के बाद इस स्थिति का अनुभव करती हैं.
भोजन के बाद इलायची चबाने से सांसों की दुर्गंध पैदा करने वाले कीटाणुओं और जीवाणुओं को कम करने में मदद मिलती है. सांसों को सुगंधित करने के लिए इलायची का प्रयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है.
इलायची में बहुत अधिक मात्रा में आहार फाइबर होता है, जो रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकारात्मक भूमिका निभाता है. यह हृदय रोग और रक्त के थक्कों को रोकता है.इलायची के और भी कई फायदे हैं, लेकिन ये अभी वैज्ञानिक तौर से सिद्ध नहीं हुए हैं. भूख पर काबू पाना, वजन कम करना, खांसी और गले में खराश जैसे सामान्य रोगों के उपचार में भी यह कारगर है.
अनिद्रा व अवसाद की रोकथाम एवंरक्त शर्करा के स्तर को ठीक रखने और जिगर को सेहतमंद बनाने में भी इलाची कारगर है.