आवाज द वॉयस नई दिल्ली
एक नए अध्ययन के मुताबिक अगर मूंगफली को शुरू से ही बच्चों के आहार में शामिल किया जाए तो इससे होने वाली एलर्जी से उन्हें बचाया जा सकता है. एलर्जी से दुनियाभर में बड़ी संख्या में बच्चे प्रभावित हैं.
शोधकर्ताओं ने पाया कि शिशुओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों के आहार में मूंगफली को शामिल करने से उनकी एलर्जी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.द लैंसेट में प्रकाशित इस अध्ययन में शून्य से तीन साल के 146 बच्चों को देखा गया, जिन्हें ढाई साल से मूंगफली से एलर्जी थी.
एक समूह में 96 बच्चे थे और उन्हें रोजाना पेंट प्रोटीन पाउडर दिया जाता था और खुराक को धीरे-धीरे बढ़ाकर छह मूंगफली कर दिया गया.दूसरे समूह को जौ के आटे का मिश्रण दिया गया.
जिन बच्चों को मूंगफली का पाउडर दिया गया,
उनमें से 20 को एलर्जी में कमी आई और चिकित्सा समाप्त होने के छह महीने बाद तक उन्हें एलर्जी नहीं हुई. दूसरे समूह के एक बच्चे में एलर्जी में कमी आई.थेरेपी के छह महीने बाद, जिन बच्चों की एलर्जी कम हो गई थी, वे 16 मूंगफली के बराबर खाने लगे.
शोध के अनुसार, 12 महीने से कम उम्र के बच्चों में बेहतर सुधार देखा गया. शोध सहायक स्टेसी जोन्स ने कहा, अगर कदम जल्दी उठाए जाएं तो एलर्जी को कम किया जा सकता है.
शोध के अनुसार, पश्चिमी देशों में 2 प्रतिशत बच्चे मूंगफली एलर्जी से पीड़ित हैं जो जीवन भर उनके साथ रहती है.पीड़ित को मूंगफली नहीं देनी चाहिए और एलर्जी से निपटने के लिए कदम उठाने चाहिए.
ये बच्चे उन लोगों से भी प्रभावित हो सकते हैं जिन्होंने मूंगफली खाई है और उन्हें गले लगाई है.एक सहायक शोधकर्ता वेस्ली ब्रिक्स ने कहा, ऐसी स्थिति का कोई इलाज नहीं है जो बच्चों को एलर्जी से प्रभावित करती है.
इससे पहले भी इसी तरह के शोध हुए हैं जिनके समान परिणाम मिले हैं, लेकिन यह अध्ययन अद्वितीय है क्योंकि यह व्यापक है.