अनुराय/मुंबई
सैकड़ों वादे चुनाव के दौरान किए जाते हैं, लेकिन उनमें से कितने वादे पूरे होते हैं, ये बात कोई राज वाली है नहीं. नेता जी आते हैं वोट से पहले और दिखाते हैं सपने जनता को कि आपके शहर में बढ़िया स्कूल होगा, रोड एकदम शानदार बना दी जाएगी और हॉस्पिटल ऐसा होगा कि आपको अपने शहर से बाहर जाने की दरकार महसूस नहीं. फिर चुनाव गुजर जाता है, नेता जी जीत जाते हैं और वादे भुला दिए जाते हैं. मगर सभी नेता ऐसे नहीं होते हैं. कई बार कई नेता अपने किए वादों को निभाने के लिए अपने शहर अपने गांव लौटते हैं. जैसे, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल के असदुद्दीन ओवैसी.
साल 2017 की बात है. जब महाराष्ट्र के अमरावती में महानगरपालिका चुनाव होने वाले थे. ऐसे में किसी चुनावी सभा को सम्बोधित करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी वहां आए थे. चुनावी सम्बोधन के बाद जब असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के महाराष्ट्र महासचिव अब्दुल नाजिम से बात कर रहे थे, तो उन्हें पता चला कि शहर की जो औरतें मां बनने वाली हैं, उन्हें वहां के सरकारी अस्पताल में किसी तरह की सुविधा नहीं मिल रही है. ऊपर से अस्पताल में इन स्त्रियों के चेक-अप से लेकर डिलीवरी करवाने के लिए कोई फीमेल डॉक्टर भी नहीं है. इस बात को ले कर मां बनने वाली औरतें बिलकुल भी कम्फ्टर्बल महसूस नहीं कर पाती हैं. खास कर दिक्कत उन स्त्रियों को ज्यादा होती है, जो गरीब तबके से आती हैं. जिनके पास पैसे हैं वो तो शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल का भी रुख कर लेती हैं, लेकिन जो गरीब हैं, उनके पास कोई विकल्प ही नहीं बचता है.
अब्दुल नाजिम से बात करने के बाद अपनी अगली चुनावी सभा में असदुद्दीन ओवैसी ने अमरावती शहर में एक मैटरनिटी हॉस्पिटल खोलने का वादा किया और आज वही वादा पूरा हो चुका है.
अमरावती शहर में ‘ओवैसी मैटरनिटी हॉस्पिटल एंड डाईगोनेस्टिक सेंटर’ बनकर तैयार हो चुका है. इस हॉस्पिटल के खुलने और उसमें उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए ‘आवाज द वॉयस’ के प्रतिनिधि से बात करते हुए अब्दुल नाजिम ने बताया कि, ‘ओवैसी मैटरनिटी हॉस्पिटल एंड डाईगोनेस्टिक सेंटर’ में हर वो सुविधा मौजूद है जो किसी भी बड़े अस्पताल में रहता है, लेकिन उन बड़े अस्पतालों और ओवैसी मैटरनिटी सेंटर में जो सबसे बड़ा अंतर है, वो है, इसमें मिलने वाली सुविधाओं का सस्ता होना.
ओवैसी मैटरनिटी हॉस्पिटल एंड डाईगोनेस्टिक सेंटर
नाजिम बताते हैं कि अमरावती शहर के बाकी अस्पतालों में जहां सिजेरियन ऑपरेशन के लिए 40000 से 70000 रुपए और नॉर्मल डिलीवरी के लिए 15000 से 30000 रुपए लिए जाते हैं. वहीं ओवैसी मैटरनिटी हॉस्पिटल में सीजर के लिए सिर्फ 12000 और नॉर्मल डिलीवरी के लिए 3500रुपए ही देने पड़ेंगे. इसके अलावा जिनके पास आयुष्मान कॉर्ड होगा, उनकी डिलीवरी मुफ्त में करवायी जाएगी. यहां सोनोग्राफी के लिए सिर्फ 400 और ब्लड-टेस्ट के लिए केवल 100 रुपए देने होंगे. मां बनने वाली स्त्रियों के साथ जो उनके रिश्तेदार आएंगे, उनके ठहरने और इबादत के लिए खास इंतजाम किया गया है.
अमरावती शहर की स्त्रियों के लिए, ‘ओवैसी मैटरनिटी हॉस्पिटल एंड डाईगोनेस्टिक सेंटर’ किसी वरदान से कम नहीं है. आने वाले दिनों में इस हॉस्पिटल में अभी लगे 30 बेड्स को और ज्यादा करने की सोच अब्दुल नाजिम के मन में है और उन्हें विश्वास है कि ओवैसी हॉस्पिटल की वजह अब शहर की सभी गरीब स्त्रियों का मां बनने का सफर खुशियों और सुख से भरा होगा. वो गोद में मुस्कुराते हुए बच्चे को लेकर अपने आँगन में लौटेंगी. साथ ही साथ बाकी बीमारों का भी इलाज अब बेहतर तरीके से हो पाएगा.