आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
कैल्शियम मानव शरीर में उपयोग किया जाने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर को सक्रिय रखने के अलावा हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों और हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
यदि हम कैल्शियम की आवश्यक मात्रा को पूरी तरह से नहीं ले रहे हैं, तो यह हमारे शरीर में इसकी कमी पैदा करता है. कई पुरानी बीमारियों को आमंत्रित करता है.
कैल्शियम की कमी विशेष रूप से महिलाओं को प्रभावित करती है. 30 साल से अधिक उम्र की ज्यादातर महिलाओं को इसकी कमी का सामना करना पड़ता है.
यदि कोई बच्चा कैल्शियम की कमी से पीड़ित है, तो उसका शारीरिक विकास अवरुद्ध हो जाता है.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, 19 से 50 वर्ष की आयु के लोगों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है, जबकि 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को 12,000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है.
लेकिन समस्या यह है कि मानव शरीर स्वयं कैल्शियम नहीं बना सकता है, इसलिए इसे प्राप्त करने के लिए विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन करना पड़ता है.
यह आमतौर पर दूध, दही, अंडे से प्राप्त होता है, लेकिन अगर आप शाकाहारी हैं या किसी अन्य कारण से पशु स्रोतों से कैल्शियम नहीं ले पा रहे हैं, तो चिंता न करें.
दूध के अलावा आप कैल्शियम कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
1- चना
100 ग्राम चना 150 मिलीग्राम कैल्शियम प्रदान कर सकता है. चने से आपको कैल्शियम के अलावा प्रोटीन, आयरन, फास्फोरस भी मिल सकता है.
2- भिंडी
100 ग्राम भिंडी को आहार में शामिल करने से 86 मिलीग्राम कैल्शियम मिलता है. भिंडी में कैल्शियम के साथ-साथ फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन बी6 भी होता है.
3- सोयाबीन
सोयाबीन कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है. दूध का यह विकल्प भी है. 100 ग्राम सोयाबीन को आहार में शामिल करने से 239 मिलीग्राम कैल्शियम मिल सकता है. साथ ही यह आयरन और प्रोटीन से भी भरपूर होता है.
4- तिल
तिल हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं. कैल्शियम से भरपूर होने के साथ इसमें प्रोटीन, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक भी होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. केवल 100 ग्राम तिल के सेवन से आप 1,000 मिलीग्राम की पूरी आवश्यक मात्रा प्राप्त कर सकते हैं.
साथ ही हरी सब्जियां, फल और सूखे मेवे का सेवन करें. सूखे मेवों में बादाम, पिस्ता, अंजीर, अखरोट खाएं.
यदि आप में कैल्शियम की कमी है, तो आपको विटामिन डी की भी कमी हो सकती है क्योंकि विटामिन डी को हड्डियों में अवशोषित होने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है.